1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 16 Jul 2023 12:22:09 PM IST
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PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। जिसके बाद एलजेपी के दूसरे गुट के बीच कलह एक बार फिर सामने आ गई है। अब केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलएसपी) के सुप्रीमों पशुपति कुमार पारस ने जोर देकर कहा कि- हाजीपुर संसदीय सीट पर कोई समझौता नहीं होगा। हाजीपुर में चिराग पासवान क्या है ? चिराग पासवान एनडीए का पार्ट नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि नित्यानंद राय भाजपा के सीट बंटवारे करने के लिए अधिकृत नहीं है।
पशुपति पारस ने कहा कि- चिराग पासवान इस बार हाजीपुर के तरफ नजर लगाए हुए हैं तो सबसे पहले उनको यह बताना चाहिए कि हाजीपुर में उनका क्या है? उनको जमुई की जनता ने सांसद बनाया। वो नो साल से हुए वहां से सांसद बने हुए हैं। ऐसे मैं उनको वहां की जनता को जवाब देना होगा की इस बार हाजीपुर क्यों आना है?
इसके अलावा हाजीपुर से जुड़े सवालों पर पशुपति पारस ने कहा कि - मेरा गठबंधन किससे हैं, मेरा गठबंधन भाजपा के साथ हैं। चिराग पासवान अभी एनडीए का हिस्सा नहीं है। वो अभी सीट का फॉर्मूला तय करने में जुटा हुआ है। ये 2020 के बाद से कभी भी लालू और तेजस्वी के खिलाफ नहीं बोले हैं। ऐसे लोगों को लिए पासवान जी कहा करते थे कि- रोड पर वहीं जानवर मरता है वो यह तय नहीं कर सकता है कि वो रोड के किस तरफ जाना चाहते हैं।
वह खुद के सीटिंग सीट को लेकर कोई समझौता नहीं करने पर पशुपति पारस ने साफ तौर पर कहा कि गठबंधन धर्म का यह नियम होता है कि सेटिंग सीट से समझौता नहीं करना है। इसलिए हम हाजीपुर क्यों छोड़ेंगे? चिराग क्यों आएगा हाजीपुर? हाजीपुर में उसका क्या है बताइए कोई जवाब है किसी के पास। वह कहते हैं कि मेरे पिताजी की कर्मभूमि है तो जब उनके पिता जी जिंदा थे 2019 में तो उन्होंने तो टिकट नहीं दिया था चिराग को, उन्होंने कहा था कि चिराग मेरा बेटा जरूर है लेकिन इस पर मुझे विश्वास नहीं है। मेरा भाई तुम हो तुम हाजीपुर की जनता का सर्वदा सेवा करना। तुम पर मेरा अधिकार है तुमको मैं अपना उत्तराधिकारी चुनता हूं। तो फिर हाजीपुर सीट छोड़ने की बात ही कहां से आती है। मैं उस समय भी हाजीपुर से सीट लेने को तैयार नहीं था मैं खुद उस समय बिहार कैबिनेट मिनिस्टर था लेकिन बड़े भाई का आदेश हुआ तो मैं चुनाव लड़ा। इसलिए मैं किसी भी कीमत पर हाजीपुर सीट नहीं छोड़ने वाला हूं।
इधर, नित्यानंद राय और चिराग पासवान की मुलाकात को लेकर पशुपति पारस ने कहा कि - अरे नित्यानंद राय जी के कहने से क्या होगा? नित्यानंद राय जी कोई भाजपा के ऑथेंटिक मेंबर नहीं है ना। भाजपा में जो बड़े नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी अमित शाह, जेपी नड्डा, भूपेंद्र यादव की जब बैठक होगी तो फिर उसमें सीट को लेकर सब कुछ तय होगा। जेपी नड्डा से जब मेरी मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि चाचा भतीजा मिल जाइए लेकिन मैंने उनको साफ तौर पर कहा कि - मैं स्पष्ट कर दिया कि मैं उससे नहीं मिल सकता।