1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 04 Feb 2024 06:23:23 PM IST
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PATNA: बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज जो आज पटना एनआईटी के नाम से जाना जाता है जिसके एलुमनाई मीट कार्यक्रम का आज आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर एनआईटी पटना के एलुमनी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहे। इस मौके पर नीतीश कुमार अपने पुराने दोस्तों से मिले। वही एनआईटी पटना के डायरेक्टर ने मोमेंटो देकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सम्मानित किया।
NIT पटना के एल्युमनाई मीट में शामिल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि मेरा यहां से पुराना संबंध है। सबका अभिनंदन करता हूँ। बहुत खुशी की बात है हमको एक बार फिर यहां आने का मौका मिला है। यहां से पास आउट हुए 51 साल हो गया है। मेरे पुरानी साथी भी आए हुए हैं और मुझे अपने सहपाठियों से मिलने में बहुत खुशी होती है।
उन्होंने कहा कि हमलोग जब पढ़ते थे बहुत अच्छा पढ़ाई होती थी और क्या-क्या हमलोग किए हैं। हमलोग आंदोलन भी कर चुके हैं। पहले इंजीनियरिंग करने के बाद सरकार सीधे नौकरी देती थी जिसे बाद में बंद कर दिया गया तब सरकार के इस फैसले के खिलाफ हमने आंदोलन किया और जेल भी गये। हमको सब बात याद है, हमारे बोलने पर लोग वोट देता था।
उन्होंने बताया कि एनआईटी पटना की स्थापना 1924 में हुई थी आज 2024 है। आज 100 साल पूरा हो गया है। सौ साल पूरा होने पर यहां एल्युमनाई एसोसिएशन बनवाने की घोषणा सीएम ने की। कहा कि एक सप्ताह के भीतर पैसा भी एलॉट कर दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आगे का काम शुरू कराइए। उन्होंने एक्यूवेशन सेंटर बनाने की भी घोषणा की। कहा कि राज्य सरकार की तरफ से एक्यूवेशन सेंटर के लिए पैसा दिया जाएगा। अगले कैबिनेट में इसे पास किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि यह देश का छठा कॉलेज था जिसे एनआईटी का दर्जा दिया गया। पहले छात्रों की संख्या कम थी लेकिन आज 5 हजार छात्र यहां पढ़ते हैं। अभी एनआईटी में पिछली बार 4500 छात्र थे। 25 एकड़ ज़मीन पिछली बार हमने दिया था जहां नया बिल्डिंग बन कर तैयार हो गया है। सीएम ने नये भवन को भी चालू किये जाने का आदेश दिया। कहा कि और 6 हजार की संख्या कीजिए ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग की पढाई कर सके। उन्होंने आगे कहा कि पहले लड़कियां नहीं पढ़ती थी लेकिन आज 35% आरक्षण है और आज सभी पढ़ रही है।