MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल
1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Thu, 12 Mar 2020 09:41:16 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है. शराबबंदी कानून की सफलता को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से तमाम छोटे-बड़े हथकंडे अपनाये गए. लेकन पटना से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो सरकारी तंत्र पर कई सारे सवाल खड़ा कर रही है. किसी ने सोचा नहीं होगा कि पटना में शराब माफियाओं के खिलाफ शिकायत करने पर आपको घर छोड़ना पड़ जायेगा. लेकिन ऐसा ही कुछ पटना में देखने को मिला है.
घटना पटना जिले के दनियावां थाना इलाके की है. जहां शराब माफियाओं के खिलाफ शिकायत करना एक महात्मा को भारी पड़ गया. महात्मा ने पुलिस के ऊपर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल यह घटना सलालपुर के रहने वाले अमित कुमार उर्फ महात्मा जी जुडी हुई है. जो आज कल अपनी पत्नी और एक मासूम बच्चे को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.
पीड़ित महात्मा अमित कुमार का कहना है कि उसने कुछ ही दिन पहले शराब माफियाओं के खिलाफ शिकायत की थी. जिसके बाद बीती रात उनके घर में कुछ शराब माफियाओं ने हमला बोला. उनके घरवालों के साथ मारपीट की गई और उनकी हत्या करने की धमकी दी गई. उनकी मानें तो शराब माफिया अपने इलाके में पुलिस के खासमखास बने हुए हैं. लाख शिकायत के बावजूद भी पुलिसवाले उनके खिलाफ आवेदन तक स्वीकार नहीं करते हैं.
पीड़ित महात्मा अमित कुमार की पत्नी पिंकी देवी अपनी गोद में एक मासूम बच्चे को लेकर इधर-उधर भटक रही है. दोनों ने कुछ समय के लिए पटना के इस्कॉन मंदिर में बसेरा लिया, लेकिन उनको वहां से भी निकाल दिया. राजधानी की सड़कों पर पैदल ठोकरें खा रहे पति-पत्नी भूख से तड़प रहे हैं. राहगीरों से अपनी परेशानियों को बता रहे हैं. मासूम बच्चे की भूख मिटाने के लिए हर किसी की ओर एक उम्मीद की निगाहों से देख रहे हैं.
अमित कुमार का कहना है कि 20 जनवरी को 10 बोरा शराब उन्होंने शराब माफिया के पास से बरामद करवाया था. जिसके बाद से शराब माफिया उनपर हावी हो गए. उनको गांव से बाहर निकाल दिए. लेकिन फिर भी अमित के हौसले की दाद देनी होगी. क्योंकि तड़पते बच्चे और बिखलती पत्नी को लेकर ठोकरें खाने के बावजूद भी उनका कहना है कि चाहे मेरी जान चली जाये, चाहे मारपीट कर मेरा मर्डर कर दिया जाये, लेकिन फिर बह मैं शराबबंदी की इस मुहीम को आगे तक ले जाऊंगा. मैं वापस गांव लौटना चाहता हूँ और शराब माफियाओं के काले धंधे को बंद कराया चाहता हूँ. अंत में आंखों में आंसू भरे अमित ने कहा कि कोई साथ दे या ना दे, मैं संघर्ष करता रहूंगा...