Bihar News: 14 वर्षीय महादलित किशोर पर अत्याचार, 4 महीने तक प्रताड़ित करती रही सेठानी Bihar barat murder: शादी समारोह के दौरान नर्तकियों से अश्लीलता का विरोध बना मौत का कारण! Bihar Premier League: IPL की तर्ज पर BPL में छक्के बरसाते नजर आएंगे वैभव सूर्यवंशी, इस महीने से होगा आयोजन Varanasi to Kolkata highway: बिहार से होकर गुजरेगा 6 लेन एक्सप्रेसवे, 35,228 करोड़ की लागत से होगा निर्माण CBSE Important Notice: रिजल्ट से पहले CBSE ने कर दिया बड़ा बदलाव, बोर्ड का ये नोटिस देख लें छात्र High Speed Trains: भारतीय रेलवे ने बदली 'हाई स्पीड ट्रेन' की परिभाषा, अब इतने किमी/घंटे से अधिक रफ्तार वाली ट्रेनों को ही मिलेगा यह विशेष तमगा Bihar weather update: बिहार में सुकून देने वाला रहेगा मौसम, बारिश और ठनका की भी संभावना Bihar Postal Service: ट्रेन और हवाई जहाज से भी कम समय में आपका सामान दिल्ली पहुंचाएगा डाक विभाग; जानिए क्या है नया प्लान BIHAR TEACHER NEWS : शिक्षकों को मिली बड़ी खुशखबरी, पटना HC ने दिया बड़ा आदेश; पढ़िए यह खबर Adulterated Ice Cream: कहीं आप भी अपने बच्चों को तो नहीं खिला रहे मिलावटी आइसक्रीम? इन आसान तरीकों से करें असली और नकली की पहचान
1st Bihar Published by: SAURABH KUMAR Updated Sat, 07 Jan 2023 01:22:12 PM IST
- फ़ोटो
SITAMARHI: मुख्यमंत्री नीतीश कुमा समाधान यात्रा के तीसरे दिन आज वैशाली में योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। नीतीश कुमार शुक्रवार को शिवहर और सीतामढ़ी गए थे और विकास कार्यों की जानकारी ली थी। इस दौरान सीएम को डुमरा के बेरवास गांव भी जाना था, लेकिन सीएम वहां नहीं पहुंच सके थे। घंटों इंतजार के बाद जब सीएम नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों ने वहां लगे नीतीश के पोस्टर फाड़ दिए और उन्हें आग के हवाले कर दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी जा रही है।
दरअसल, समाधान यात्रा के तहत शुक्रवार को सीतामढ़ी पहुंचे थे। निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सीएम को डुमरा प्रखंड के बेरवास में पहुंचना था। गांव में सीएम के आगमन को लेकर पूरी तैयारी की गई थी।पूरे इलाके में सरकार की उपलब्धियों के बड़े-बड़े बैनर, पोस्टर लगाए गए थे और पंचायत भवन को दुल्हन की तरह सजाया गया था। कई दिन पहले से गांव के लोगों को मुख्यमंत्री का इंतजार था। ग्रामीणों को लग रहा था कि सीएम आएंगे तो उनकी समस्या दूर हो जाएगी।
बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्या सीएम से सुनाने के लिए इंतजार कर रहे थे लेकिन शाम हो गई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वहां नहीं पहुंचे और सभी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। सीएम के गांव में नहीं पहुंचने के बाद ग्रामीण गुस्से में आ गए और हंगामा करने लगे। लोगों ने पंचायत भवन और आसपास में लगाए गए सभी पोस्टर को फाड़ दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। गुस्साए लोगों ने सीएम नीतीश के खिलाफ काफी नाराजगी दिखाई और जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड के राघोपुर बखरी दलित टोले में भी नीतीश कुमार को जाना था। दलित टोले में मुख्यमंत्री को महादलित, दलित, अल्पसंख्यक औऱ अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना का निरीक्षण करना था। राघोपुर बखरी दलित टोले के लगभग दो दर्जन मासूम बच्चों को सुबह 8 बजे से ही खुले में बिठा दिया गया था। इससे पहले उनसे सीएम के स्वागत के लिए साज सज्जा भी करायी गयी थी। सुबह 8 बजे से दोपहर के दो बजे तक बस्ती के बाहर बैठे बच्चे नीतीश कुमार का इंतजार करते रहे थे। नीतीश कुमार ने राघोपुर बखरी से कुछ दूरी पर अवस्थित आंबेडकर आवासीय विद्यालय के निरीक्षण की रस्म अदायगी की और वहीं से निकल गये थे और बच्चे भीषण ठंड में मुख्यमंत्री के आने का इंतजार करते रह गए थे।