ब्रेकिंग न्यूज़

RRB Group D Exam: रेलवे ग्रुप डी भर्ती परीक्षा पर कोर्ट का फैसला, 10वीं पास भी होंगे पात्र Bihar Election Counting 2025 : मतगणना के दिन बिहार पुलिस का सख्त पहरा, डीजीपी की चेतावनी– कानून तोड़ने वालों को सीधे जेल भेजा जाएगा Bihar Crime News: प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में तीसरी कक्षा के छात्र की संदिग्ध मौत, परिजनों ने प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप Bihar Crime News: प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में तीसरी कक्षा के छात्र की संदिग्ध मौत, परिजनों ने प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप Bihar MLA flat system : पटना में विधायकों के फ्लैटों की नई व्यवस्था, अब निर्वाचन क्षेत्र के हिसाब से होगा आवंटन; जानिए क्यों आया यह आदेश Bihar Election 2025: बिहार के इस विधानसभा सीट का अलग है समीकरण, हर बाद बदल जाते हैं विधायक; जानिए आखिर ऐसा क्यों... bihar assembly election : कल पटना के सभी स्कूलों में रहेगी छुट्टी, डीएम ने जारी किया आदेश; जानिए क्या है वजह Love Marriage: मुस्लिम SI ने हिंदू टीचर को इश्क के जाल में फंसाकर की शादी, ससुराल पहुंचने के बाद सामने आई बड़ी सच्चाई; अब हो गया बड़ा कांड Bihar News: बिहार में नशे में धुत कार ड्राइवर ने कई लोगों को रौंदा, बाइक सवार महिला और बच्चा घायल; भीड़ ने जमकर पीटा Mahila Rojgar Yojana : 40 फीसदी महिला वोटरों के हाथ में ‘10 हजारी चाबी’, क्या एनडीए की वापसी की बन सकती है सबसे बड़ी ताकत

नयी सरकार के पहले आदेश से जुमला साबित हो गया BJP का घोषणापत्र, पक्की नौकरी के बजाय ठेके पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू

1st Bihar Published by: Updated Wed, 18 Nov 2020 09:19:37 PM IST

नयी सरकार के पहले आदेश से जुमला साबित हो गया BJP का घोषणापत्र, पक्की नौकरी के बजाय ठेके पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू

- फ़ोटो

PATNA: बिहार में नयी सरकार के पहले ही आदेश में बीजेपी का घोषणा पत्र जुमला साबित हो गया है. नयी बनी नीतीश सरकार का पहला पत्र निकला है, जिसमें ठेके पर नियुक्ति यानि संविदा पर नौकरी की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी गयी है. बीजेपी ने सरकारी नौकरियों के साथ साथ कुल 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था, सरकार बनी तो ठेके पर नौकरी की प्रक्रिया शुरू की गयी है.



सरकार ने पत्र जारी किया

बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने आज विभागों के प्रमुख को पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि 2007 में राज्य सरकार ने सरकारी दफ्तरों में खाली पड़े पदों पर ठेके पर यानि संविदा पर नियुक्ति का फैसला लिया था और इसकी नियमावली बनायी गयी थी. उसके आधार पर संविदा पर नियुक्तियां की गयीं. लेकिन कई पद खाली पड़े हैं. खाली पड़े पदों पर संविदा पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जानी है.

सरकार ने सभी विभागों के प्रमुखों को कहा है कि वे जानकारी उपलब्ध करायें कि उनके यहां कितने स्वीकृत पद हैं. उन स्वीकृत पदों पर संविदा पर कितने लोग काम कर रहे हैं. पहले से नियुक्ति लोगों के अलावा कितने पद खाली पड़े हैं जिन पर संविदा के आधार पर नियुक्ति की जानी है. सरकार ने अपने अधिकारियों को कहा है कि वे सर्वोच्च प्राथमिकता देकर ये जानकारी उपलब्ध करायें. 


क्या जुमला साबित हुआ बीजेपी का घोषणा पत्र

बिहार सरकार के जिन विभागों में संविदा के आधार पर लोग काम कर रहे हैं या जहां संविदा पर नियुक्ति की जानी है उसमें स्वास्थ्य विभाग सबसे प्रमुख है. स्वास्थ्य विभाग में बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हैं. बिहार चुनाव से पहले बीजेपी ने दावा किया था कि उनकी सरकार बनी तो 10 हजार डॉक्टर, 50 हजार पारा मेडिकल कर्मचारियों के अलावा कुल एक लाख लोगों को सिर्फ स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दी जायेगी.


लेकिन उस घोषणा पत्र के उलट बिहार सरकार ने ठेके पर यानि संविदा पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है. तो क्या बीजेपी का घोषणा पत्र जुमला साबित हो गया. सरकार पक्की नौकरी के बजाय ठेके पर कर्मचारियों को नियुक्त करेगी. हमने सरकारी अधिकारियों से इस बारे में बात करने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.