Bihar Politics: पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन करने पर भड़के गिरिराज सिंह, पटना पहुंचते ही खूब बरसे Bihar Politics: पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन करने पर भड़के गिरिराज सिंह, पटना पहुंचते ही खूब बरसे Marriage Broke Down: जयमाला के स्टेज पर दूल्हे की छोटी सी हरकत पड़ गई भारी, दुल्हन ने शादी से किया इनकार; बिना ब्याह लौट गई बारात Marriage Broke Down: जयमाला के स्टेज पर दूल्हे की छोटी सी हरकत पड़ गई भारी, दुल्हन ने शादी से किया इनकार; बिना ब्याह लौट गई बारात Bihar police suicide: जहानाबाद पुलिस लाइन में सिपाही ने खुद को मारी गोली, आत्महत्या से हड़कंप Bihar Crime News: युवक की गला रेतकर बेरहमी से हत्या, गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर किया भारी हंगामा Bihar News: बुढ़ी गंडक नदी में नहाने गए तीन बच्चे डूबे, दो लड़कों की मौत; एक को लोगों ने बचाया Bihar News: बुढ़ी गंडक नदी में नहाने गए तीन बच्चे डूबे, दो लड़कों की मौत; एक को लोगों ने बचाया Bihar job update: बिहार में इस बिभाग में 4500 अधिकारियों की भर्ती? आवेदन की अंतिम तिथि 26 मई ,ऐसे करें आवेदन Bihar News: इस जिले से एक साथ गायब हुईं कई नाबालिग लड़कियां, जांच में जुटी पुलिस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 17 Dec 2024 07:02:39 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार BJP के प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने "एक देश, एक चुनाव" की अवधारणा को राष्ट्रहित में अत्यंत आवश्यक बताया और विस्तार से इसके लाभों और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। वन नेशन-वन इलेक्शन को राष्ट्र के विकास के लिए जरूरी कदम और PM मोदी की दूरदर्शी पहल बताया। उन्होंने कहा कि एक देश, एक चुनाव देशहित में एक ऐतिहासिक और आवश्यक कदम है। लोकतंत्र की मजबूती और राष्ट्रीय विकास के लिए यह जरूरी है।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने के कारण विकास की प्रक्रिया बाधित होती है। बार-बार आदर्श आचार संहिता लागू होने से न केवल प्रशासनिक कार्य रुकते हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी प्रभावित होता है। साथ ही, चुनाव प्रक्रिया में खर्च होने वाले धन और समय का सदुपयोग राष्ट्र निर्माण के कार्यों में किया जा सकता है।
"एक देश, एक चुनाव" के प्रमुख लाभ को गिनाते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से सरकार और निर्वाचन आयोग पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। "एक देश, एक चुनाव" से देशभर में चुनाव एक ही समय पर संपन्न होंगे, जिससे समय और पैसे की बचत होगी।
बार-बार चुनाव के कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी होती है। एक ही समय पर चुनाव होने से आचार संहिता बार-बार लागू नहीं होगी और सरकारें बिना किसी रुकावट के विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है, जिससे नियमित प्रशासनिक कार्य बाधित होते हैं। "एक देश, एक चुनाव" से प्रशासनिक कार्यों में स्थिरता आएगी।
बार-बार चुनाव होने से राजनीतिक दलों और नेताओं का ध्यान विकास कार्यों से हटकर चुनावी राजनीति में लगा रहता है। "एक देश, एक चुनाव" से इस राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त किया जा सकता है। एक ही समय पर चुनाव होने से जनता को बार-बार मतदान की प्रक्रिया से गुजरना नहीं पड़ेगा, जिससे उनकी भागीदारी में उत्साह और विश्वास बना रहेगा।
डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में "एक देश, एक चुनाव" को साकार करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। यह एक दूरदर्शी पहल है, जो भारत को एक सशक्त लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि सभी राजनीतिक दल अपने मतभेदों को छोड़कर राष्ट्रहित में इस पहल का समर्थन करें।
डॉ. जायसवाल ने सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों से अपील की कि वे "एक देश, एक चुनाव" के इस ऐतिहासिक कदम का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक सुधार नहीं है, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।