ब्रेकिंग न्यूज़

धरती के भगवान की करतूत: प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा मौत, गुस्साए परिजनों ने नर्सिंग होम में किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप मधुबनी में ट्रैक्टर से 301 KG गांजा बरामद, 75 लाख की खेप के साथ युवक गिरफ्तार जदयू प्रदेश सचिव साकेत कुमार सिंह ने राज्यपाल से की मुलाकात, अरेराज के महंत शिव शंकर गिरी महाविद्यालय में बी.एड और पीजी की पढ़ाई शुरू कराने की मांग Purnea Jail Raid: पूर्णिया के सेट्रल जेल में छापेमारी से हड़कंप, कैदियों के बीच मची अफरा-तफरी Bihar News: बिहार के इन जिलों में दूर होगी पेयजल की किल्लत, सरकार समाधान में जुटी Road Accident: सड़क हादसे में व्यापारी की मौत, आरोपी ड्राइवर फरार Bihar News: संपत्ति के चक्कर में भतीजे ने चाची को चाक़ू से गोदा, हालत गंभीर Bihar News: जैसलमेर में शहीद हुए बिहार के जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई Chandan Mishra Murder Case: पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या के वक्त कमरे में 2 अन्य साथी थे, एक को लगी थी गोली...दूसरा बाथरूम में बंद हो गया था Bihar Crime News: बिहार में अब चर्चित डॉक्टर को अपाचे सवार बदमाशों ने जबड़े में मारी गोली, हालत गंभीर

पंचायत परामर्शी समिति पर आज लगेगी कैबिनेट की मुहर, 16 जून से ऐसे काम करने वाले हैं मुखिया और सरपंच

1st Bihar Published by: Updated Tue, 08 Jun 2021 07:26:52 AM IST

पंचायत परामर्शी समिति पर आज लगेगी कैबिनेट की मुहर, 16 जून से ऐसे काम करने वाले हैं मुखिया और सरपंच

- फ़ोटो

PATNA : बिहार में 15 जून को मौजूदा पंचायती राज संस्थाएं और ग्राम कचहरी बंद हो जाएंगी और इसके बाद पंचायत और ग्राम कचहरी के संचालन का जिम्मा परामर्शी समिति के पास होगा। राज्य सरकार आज परामर्शी समिति के गठन को लेकर कैबिनेट में एक प्रस्ताव लाने वाली है। नीतीश कैबिनेट में इस प्रस्ताव के मुहर लगने के बाद परामर्शी समिति के गठन का रास्ता साफ हो जाएगा। 16 जून से परामर्शी समिति अस्तित्व में आ जाएगी और पंचायती राज संस्थाओं के कामकाज का जिम्मा अब इसी समिति के पास होगा। 


साल 2016 में गठित त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाएं 15 जून को बंद हो जाएंगी। लेकिन इसके बावजूद पंचायत और ग्राम कचहरी के लिए निर्वाचित प्रतिनिधि पहले की तरह काम करते रहेंगे। यह अलग बात है कि इनका पद नाम बदल जाएगा। बिहार में मौजूदा मुखिया और सरपंच का परिणाम अब अलग हो जाएगा लेकिन इसके बावजूद वह काम करते रहेंगे। 16 जून से मुखिया समेत तमाम निर्वाचित प्रतिनिधियों के पद के नाम बदल जाएंगे। अब मुखिया संबंधित ग्राम कचहरी की परामर्श समिति के अध्यक्ष बुलाये जाएगें। इसी तरह प्रखंड प्रमुख जिला परिषद अध्यक्ष और सरपंच भी अपनी-अपनी परामर्श समिति के अध्यक्ष होंगे। इस नई व्यवस्था को मंजूरी कैबिनेट की बैठक में दे दी जाएगी। 


आपको बता दें कि समय पर पंचायत और कचहरी के चुनाव नहीं होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। वैकल्पिक व्यवस्था राज्य सरकार ने की है, ताकि पंचायतों के काम रुके नहीं। विकास प्रभावित नहीं हों। 15 जून तक नये निर्वाचित प्रतिनिधियों का शपथग्रहण हो जाना था। लेकिन शुरुआत में ईवीएम को लेकर अंतिम फैसला नहीं हो सका। भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग के बीच ईवीएम पर सहमति नहीं बनने के कारण यह मामला पटना उच्च न्यायालय में गया। फिर ईवीएम पर सहमति बनी, पर इसी बीच कोरोना संक्रमण के मामले अचानक बढ़ गए। इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया। | उम्मीद जतायी जा रही है कि साल सितंबर-अक्टूबर तक ग्राम पंचायत और कचहरी के चुनाव कराए जा सकते हैं।