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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 08 Sep 2023 12:08:11 PM IST
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PATNA : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक से न सिर्फ राज्य के शिक्षक परेशान हैं बल्कि अनौपचारिक तौर उनके विभाग के मंत्री और अब बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की भी नाराज बताए जा रहे हैं। जहां मंत्री सार्वजनिक मंच पर इशारों ही इशारों में पाठक पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं अब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ट्वीट कर इशारों ही इशारों में पाठक को बड़ी चेतावनी दे डाली है।
दरअसल, राज्य के माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालय में चल रही 1.70 लाख शिक्षक की भर्ती प्रक्रिया का डॉक्यूमेंट सत्यापन का कार्य चल रहा है। इसको लेकर कई जगहों पर टीचरों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। इसके बाद शिक्षा विभाग के सचिव ने पत्र लिखकर कहा था कि टीचरों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के कार्य में लगाने से शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रभाव पड़ रहा है। इसके बाद बिहार सरकार के तरफ से टीचरों की ड्यूटी रद्द कर दी गई थी। वहीं, टीचरों की ड्यूटी रद्द होने के बाद अब बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की नाराजगी सामने आई है।
बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि,-'' सरकार अपने अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति करती है और बाद में उन्हें बदल देती है। इससे हमें किसी भी प्रकार की चिंता नहीं होती। लेकिन अगर ऐसे तत्वों की बात करें जो टीआरई-डीवी रद्द कराने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें और ज्यादा कोशिश करनी चाहिए"। अतुल प्रसाद के इस ट्वीट से यह साफ़ है कि - शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया किसी भी हाल में रुकने वाली नहीं है। लेकिन पाठक को सरकारी कार्य में अधिक दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए।
मालूम हो कि, बिहार के माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों में चल रही 1.70 लाख शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अपने निर्णायक मोड़ पर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से प्राथमिक शिक्षक पद से बाहर हुए बीएड अभ्यर्थी खुद को भर्ती में शामिल किए जाने की मांग उठाने लगे हैं। ऐसे ही अभ्यर्थियों में कुछ ऐसे लोग भी हैं बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) के दस्तावेज सत्यापन (DV) को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने अपना सख्त संदेश दिया है।
आपको बताते चलें कि, 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए बीएड पास अभ्यर्थियों की जरूरत नहीं है। इसके लिए डीएलएड पास ही पर्याप्त योग्यता रखते हैं। इसके बाद से प्राइमरी शिक्षक बनने का सपना देख रहे लाखों बीएड अभ्यर्थियों पर आशंकाओं के बादल मंडराने लगे हैं। इसी क्रम में बिहार में चल रही शिक्षक भर्ती में भी प्राथमिक शिक्षक पद से बीएड धारकों को बाहर होने के संकेत मिल चुके हैं।