BIHAR ELECTION: वाल्मीकि नगर में मनोज तिवारी ने किया रोड शो, NDA प्रत्याशी रिंकू सिंह के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’, फर्स्ट फेज की वोटिंग खत्म होने के बाद मुकेश सहनी का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में बनेगी महागठबंधन की सरकार’, फर्स्ट फेज की वोटिंग खत्म होने के बाद मुकेश सहनी का दावा Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद आरजेडी ने पार्टी नेताओं से की खास अपील, कौन सी बात का सता रहा डर? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद आरजेडी ने पार्टी नेताओं से की खास अपील, कौन सी बात का सता रहा डर? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चिराग पासवान का बड़ा दावा, क्या बोले लोजपा (रामविलास) चीफ? Bihar Election 2025: पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद चिराग पासवान का बड़ा दावा, क्या बोले लोजपा (रामविलास) चीफ? Bihar Election 2025: ‘बिहार में नई ताकत बनकर उभरेगा जनशक्ति जनता दल’, तेज प्रताप यादव ने महुआ में अपनी जीत का किया दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में नई ताकत बनकर उभरेगा जनशक्ति जनता दल’, तेज प्रताप यादव ने महुआ में अपनी जीत का किया दावा Bihar Election 2025 : बिहार में रिकॉर्डतोड़ वोटिंग किसकी डुबोएगी नैय्या ? इससे पहले इस साल हुआ था बंपर वोटिंग, किसकी बनी थी सरकार
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 11 Oct 2023 12:24:46 PM IST
- फ़ोटो
DESK: खबर पड़ोसी देश पाकिस्तान से आ रही है, जहां पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ के मारा गया है। भारत के मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामित आतंकी शाहिद लतीफ की पाकिस्तान में हत्या कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, सियालकोट में अज्ञात बदमाशों ने उसे गोलियों से भून दिया।
दरअसल, साल 2016 में पंजाब के पठानकोट स्थित एयरबेस पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें सेना के सात जवान शहीद हो गए थे। हमले की जिम्मेवारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ली थी। पठानकोट हमले की जांच कर रही एनआईए को इस बात की जानकारी मिली थी कि इस हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ ही था। लतीफ को जैश के लॉन्चिंग कमांडर के तौर पर जाना जाता है, जिसने जैश के चार आतंकियों को पठानकोट भेजा था।
बता दें कि साल 1993 में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में शाहिद लतीफ को भारत में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय जेल में करीब 11 सालों तक वह बंद रहा था। सजा खत्म होने के बाद उसे पाकिस्तान भेज दिया गया था। इसके बाद वह वापस पाकिस्तान की जिहादी फैक्ट्री में चला गया था और उसने ही पठानकोट हमले की साजिश रची थी।