FASTag New Toll Policy: ₹3,000 का पास लीजिए और साल भर रहिए टोल की चिंता से मुक्त, केंद्र सरकार की इस पॉलिसी से करोड़ों लोगों को राहत IPL 2025: प्लेऑफ्स से पहले RCB के लिए खुशखबरी, चैंपियन गेंदबाज ने किया टीम में वापस लौटने का ऐलान Bihar News: बिहार सरकार का बड़ा फैसला, शादी का निबंधन अब आसान; लागू होगा हिंदू विवाह अधिनियम 1955 India: अर्थव्यवस्था के मामले में अब भारत से आगे मात्र 3 देश, तीसरे पायदान तक जाने में नहीं लगेगा ज्यादा समय Bihar Rain: आज इन जिलों में बारिश-वज्रपात की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, लोगों से विशेष अपील छपरा में हत्या के बाद शव को फ्लाईओवर के नीचे फेंका, जेल में तैनात सिपाही पर मर्डर का आरोप BIHAR CRIME: मुजफ्फरपुर की बेटी की शिवहर में हत्या, हत्यारा पति गिरफ्तार वाल्मीकिनगर में VIP आईटी सेल की बैठक में चुनाव को लेकर बनी रणनीति, पार्टी प्रमुख ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर दिया जोर Bihar Crime News: रेप और मर्डर केस के दोषी को उम्रकैद की सजा, भारतीय न्याय संहिता के तहत भोजपुर में आया पहला बड़ा फैसला BIHAR: छपरा में गैंगरेप के बाद 9 साल की बच्ची की निर्मम हत्या, स्कूल से घर लौटने के दौरान 5 बहसी दरिंदों ने दिया घटना को अंजाम
1st Bihar Published by: Updated Mon, 07 Feb 2022 07:53:26 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना हाईकोर्ट के डिविजन बेंच में सभी मुकदमों की सुनवाई की न्यायिक प्रक्रिया को लाइव किया जा रहा है। बिहार में पक्षकर और मुवक्किल अपने मुकदमों की सुनवाई का लाइव प्रसारण देख और सुन रहे हैं। मुकदमों को यूट्यूब से लाइव किया जा रहा है। यूट्यूब पर अभी 68 वीडियो अपलोड किये जा चुके हैं। आम जनता इसे शेयर और लाइक कर रही है।
न्यायिक प्रक्रिया को लाइव करने में पटना हाईकोर्ट देश में पांचवा हाईकोर्ट बन गया है। यहां लाइव प्रसारण पिछले दस दिसंबर से चल रहा इससे पहले गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा हाईकोर्ट में यह सुविधा शुरू है। मुकदमों की न्यायिक प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की बहस और न्यायाधीश के आदेश व फैसलों को पक्षकार देख सकते हैं। इस सुविधा से न्याय व्यवस्था में पारदर्शिता भी आई है और लोगों का विश्वास भी बढ़ा है।
पटना हाईकोर्ट द्वारा लाइव प्रसारण से पक्षकारों को बहुत फायदा होगा। पक्षकार यह देख व सुन सकते हैं कि उनके अधिवक्ता ने उनके पक्ष में कोर्ट में सही और कानूनी तरीके से कितना पक्ष रखा और उनके पक्ष या तर्क का विरोध सरकारी वकील और दूसरे पक्षकार के वकील ने कैसे किया। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद माननीय न्यायाधीश ने मुकदमा में क्या फैसला या आदेश पारित किया है।