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1st Bihar Published by: Updated Thu, 29 Apr 2021 09:06:21 AM IST
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PATNA : कोरोना महामारी के इस दौर में एक तरफ अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की किल्लत चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ कुछ हॉस्पिटल अपनी जेब गर्म करने में लगे हुए हैं. इसी क्रम में पटना जिला प्रशासन ने 4 प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी किया है. इनमें कंकड़बाग स्थित ऑक्सीजन हॉस्पिटल और भागवत नगर का ओम पाटलिपुत्र इमरजेंसी शामिल हैं. इन अस्पतालों पर निर्धारित राशि से अधिक की वसूली का आरोप है.
आपको बता दें कि बाढ़ के सकसोहरा निवासी मंजू लता ने कंकड़बाग के ऑक्सीजन हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत की थी. उन्होंने प्रशासन को बताया था कि सरकारी दर से अधिक राशि वसूली जा रही है. जांच टीम ने पाया कि वह अस्पताल कोरोना के इलाज के लिए पंजीकृत ही नहीं है. इस अस्पताल को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
वहीं, पटना के कनिका कौशिक ने राजेश्वर हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि अस्पताल में रेमडेसिविर उपलब्ध नहीं है. प्रशासन ने नोटिस जारी कर अस्पताल प्रबंधन से पंजी की मांग की है. रोहित कुमार श्रीवास्तव ने पालिका विनायक हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत की थी कि सरकारी दर से अधिक राशि अस्पताल प्रबंधन द्वारा ली जा रही है. इसकी जांच के बाद प्रशासन ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है.
एक व्यक्ति ने ओम पाटलिपुत्र इमरजेंसी के खिलाफ प्रशासन से शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि कोविड अस्पताल में पंजीकृत नहीं होने के बावजूद अस्पताल मरीजों को भर्ती कर रहा है और पैसा लेकर ऑक्सीजन नहीं होने के नाम पर उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है. प्रशासन की जांच के बाद अस्पताल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
इस मामले पर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन से पंजीकृत प्राइवेट अस्पतालों को ही कोविड मरीजों का इलाज करना है. जिले में 90 अस्पताल ऐसे हैं जिन्हें कोरोना के इलाज के लिए अनुमति दी गई है. इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. सभी पंजीकृत अस्पताल सरकारी दर के अनुरूप इलाज का खर्च लेंगे. इसकी जांच के लिए जिला स्तर पर टीम गठित की गई है. कंट्रोल रूम में फ़ोन कर लोग शिकायत कर सकते हैं. टीम के द्वारा जांच कर नोटिस निर्गत कर कार्यवाही की अनुशंसा की जाएगी. इसकी समीक्षा के बाद जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही का अंतिम आदेश जारी किया जाएगा. टीम को प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती मरीज के शिकायत पर जांच करने और नोटिस निर्गत करने पर स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया गया है. इसपर जांच चल रही है.