बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
1st Bihar Published by: Updated Thu, 10 Oct 2019 06:24:14 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पटना में जल प्रलय का शिकार बनने वालों परिवारों के खाते में सरकारी मदद के 6-6 हजार रूपये आ सकते है. सरकार ग्रामीण इलाकों की तर्ज पर पटना के जलजमाव पीडितों को राहत देने पर विचार कर रही है. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने आज कहा कि विचार विमर्श के बाद सरकार फैसला लेगी.
ग्रामीण इलाकों की तर्ज पर पटना के लोगों को राहत
दरअसल सूबे के ग्रामीण इलाकों में बाढ से पीड़ित लोगों को सरकार मदद देती है. इसी साल आयी बाढ़ के बाद ग्रामीण इलाकों के हर बाढ़ पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से 6-6 हजार रूपये की मदद दी गयी थी. इसके अलावा उनके खाने,पीने और रहने का भी इंतजाम किया गया था. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार इस पर विचार कर रही है कि ग्रामीण इलाकों की तर्ज पर पटना के लोगों को भी मदद दी जाये. ऐसे में जलजमाव का शिकार बनने वाले लोगों के खाते में 6-6 हजार रूपये भेजे जा सकते हैं.
सरकार के मुताबिक 65 हजार परिवार हुए प्रभावित
मुख्य सचिव ने बताया कि सरकार के पास उपलब्ध आकड़ों के मुताबिक पटना के तकरीबन 65 हजार परिवारों को जलजमाव के कारण नुकसान उठाना पड़ा है. लेकिन मुख्य सचिव के दावे और हकीकत अलग हैं. सरकार के पास मौजूद आंकडा संदिग्ध दिख रहा है. सरकार फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर भरोसा कर रही है जिसने 65 हजार परिवारों के बीच स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने का दावा किया है. लेकिन सरकार के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं है जिससे वो पता लगा सके कि कितने परिवार जलजमाव के शिकार हुए. नगर निगम के पास भी होल्डिंग की संख्या है. लेकिन एक होल्डिंग यानि एक मकान में कितने परिवार रह रहे हैं, कितने किरायेदारों को मकान दिया गया है इसकी कोई जानकारी नगर निगम के पास भी नहीं है. लिहाजा ये पता लगाना भी मुश्किल होगा कि कितने परिवार पटना में हुई तबाही से प्रभावित हुए.