Bihar Election 2025: हवाई प्रचार में भी आगे रही मोदी और नीतीश की जोड़ी, नेताओं ने की तूफानी रैलियां; जानिए रेस में कहां हैं राहुल और तेजस्वी Bihar Crime News: बिहार में वर्चस्व की लड़ाई में जमकर गोलीबारी; महिला के गले में लगी गोली, कई घायल Bihar Election 2025 : बिहार में पिछले 30 दिनों तक खूब सुनाई पड़े "जिंदाबाद के नारे", चुनाव में किन मोर्चे पर गरजे बड़े- बड़े नेता; इस बार क्या रही पूरी चुनावी कहानी Bihar News: बिहार में ठगों ने रिटार्यड बैंककर्मी को लगाया लाखों का चूना, कहीं आप भी तो नहीं करते ऐसी गलती.. Bihar Election 2025: NDA के नताओं ने जमकर उड़ाए हैलिकॉप्टर, अब यहां हो गई नीतीश और मोदी से बड़ी चूक; जानिए क्या है पूरी खबर Bihar Election 2025 : बिहार में खत्म हुआ चुनावी शोर, तेजस्वी और राहुल से अभी ही बहुत आगे निकलें नीतीश; इस बार भी कर लेंगे किला फतह Bihar Election 2025 : नीतीश और मोदी का विकास या तेजस्वी और राहुल का MY समीकरण, बिहार चुनाव के दूसरे चरण में अबतक का क्या रहा है इतिहास Bihar Election 2025: चंपारण की सीटों पर जोरदार मुकाबला, सत्ता का गणित तय करेगी इस क्षेत्र की जनता Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में नीतीश मिश्र और नीरज कुमार समेत 12 मंत्रियों का फैसला, कल EVM में कैद होगी किस्मत Bihar News: बिहार में JDU कार्यालय के बाहर मारपीट से मचा बवाल, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
1st Bihar Published by: Updated Thu, 03 Jun 2021 07:09:36 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : राजधानी पटना में पहली बार बच्चों की नई बीमारी एमआईएस-सी से संक्रमित बच्चा मिला। जिस बच्चे में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं वह छपरा का रहने वाला है और उसकी उम्र 8 साल है। बच्चे को 22 मई को गंभीर हालत में आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया था। उस समय उसे सांस लेने में काफी परेशानी हो रही थी। इसके साथ ही उसे खांसी -बुखार भी था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल के मुताबिक आरटीपीसीआर जांच में वह कोरोना निगेटिव पाया गया था लेकिन एचआरसिटी स्कैन में उसके फेफड़े के संक्रमण स्कोर 22/25 पाया गया। उसके लिवर और किडनी में भी संक्रमण फैल चुका था। बच्चे का फेफड़ा 90 प्रतिशत संक्रमित हो चुका था।
कोविड में अक्सर फेफड़ा तक ही संक्रमण पहुंचता है लेकिन इस बच्चे का किडनी और लिवर तक संक्रमित हो चुका था। चिकित्सकों ने आरंभ में इसे कोरोना की तीसरी लहर से पीड़ित होने की आशंका जाहिर की। बच्चे को रेमडेसिवीर, एंटीबायटिक, स्टेराइड के साथ नेबुलाइजेशन भी दिया गया। स्थिति कुछ ठीक हुई तो पीकू में भेजा गया।
इस बच्चे का इलाज पीकू में शिशु रोग विभाग के डॉ. राकेश कुमार, डॉ. आनंद कुमार गुप्ता और डॉ. सुनील की टीम ने सम्मिलित रूप से किया । मरीज की हालत में सुधार है और बुधवार को इस मरीज ने पहली बार खाना-पीना शुरू किया है। डॉ. राकेश कुमार के मुताबिक अभी तीसरी लहर कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन इसमें नई बीमारी एमआईएस-सी (मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्राम) के सभी लक्षण हैं। यह पोस्ट कोविड बीमारी है जो बच्चों के फेफड़े के साथ किडनी, लिवर और अन्य अंगों को संक्रमित करती है। समय पर इलाज हो तो इसका उपचार पूरी तरह से संभव है।