Bihar Flood: झारखंड में भारी बारिश से गयाजी और जहानाबाद में फिर बिगड़े हालात, NH पर चढ़ा बाढ़ का पानी Bihar Flood: झारखंड में भारी बारिश से गयाजी और जहानाबाद में फिर बिगड़े हालात, NH पर चढ़ा बाढ़ का पानी BIHAR NEWS : बिहार के गली-मोहल्लों की हो गई मैपिंग, अब डिजिपिन से होगी पहचान ED RAID : अनिल अंबानी के ठिकानों पर ED की रेड, जानिए क्यों हो रही छापेमारी BIHAR CRIME : मुर्गा चोरी करना युवक को पड़ा महंगा, पॉल्ट्री फॉर्म के मालिक ने दी तालिबानी सजा Bihar Crime News: सीमांचल में धडल्ले से बनाए जा रहे फर्जी निवास प्रमाण पत्र, पुलिस ने बड़े रैकेट का किया खुलासा Bihar Crime News: सीमांचल में धडल्ले से बनाए जा रहे फर्जी निवास प्रमाण पत्र, पुलिस ने बड़े रैकेट का किया खुलासा Security Breach In Parliament : लगातार दूसरे दिन संसद भवन के पास दिखा संदिग्ध शख्स, CISF ने पकड़ा Bihar Chunav : सुबह-सुबह ललन सिंह से मिलने पहुंचे CM नीतीश, बंद कमरे में 10 मिनट तक इन मुद्दों पर हुई बातचीत Richest Cricketers: दुनिया के 5 सबसे अमीर क्रिकेटरों की लिस्ट में 3 भारतीय, नंबर 1 पर धोनी-विराट नहीं बल्कि यह दिग्गज है काबिज
1st Bihar Published by: Updated Tue, 25 May 2021 08:07:33 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना में कोरोना संक्रमण के इस दौर में मरीजों से मनमानी वसूली करने कई निजी अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है. लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई को ठेंगा दिखाते हुए अवैध वसूली करने का सिलसिला अभी भी जारी है. दरअसल, पटना के बाईपास स्थित मेडीवर्ल्ड हॉस्पिटल को कोरोना मरीज के इलाज की अनुमति नहीं है. इसके बावजूद कोरोना मरीज को भर्ती कर महज 20 घंटे में परिजनों से 1.15 लाख रुपए की वसूली कर ली लेकिन, डिस्चार्ज होने पर मरीज के परिजनों को 50 हजार रुपए का ही बिल दिया.
परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की जिसके बाद जिला प्रशासन के धावा दल ने अस्पताल पहुंचकर जांच की. इसमें भर्ती मरीज के परिजनों का आरोप सही पाया. इसके बाद रामकृष्णानगर थाने में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दरअसल, वैशाली जिले के महुआ निवासी विजय कुमार सिंह ने जिला प्रशासन के नंबर पर शिकायत की थी. विजय के परिजन कोरोना से संक्रमित थे. बेहतर इलाज के लिए उन्हें 17 मई की शाम 4 बजे अस्पताल में भर्ती हुए थे. 18 मई को डिस्चार्ज किया गया.
अस्पताल ने विजय को 50 हजार का बिल दिया. बिल सरकारी गाइडलाइन के अनुसार नहीं बनाया गया था. जांच के दौरान धावा दल ने आरोप को सही पाया. इसके बाद संपतचक के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी सह मजिस्ट्रेट गौरव रंजन कुमार ने IPC, आपदा प्रबंधन अधिनियम, महामारी एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है.