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1st Bihar Published by: Updated Sun, 18 Sep 2022 08:48:53 PM IST
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PATNA: पटना के दीघा थाना क्षेत्र से 3 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया गया है। जो विभिन्न एप्लीकेशन और ऐप के जरिए पटना में बैठकर अमेरिकन कस्टमर्स से बाते करते थे और उनसे ठगी कर रहे थे। इन साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने साढ़े दस लाख रुपये बरामद किया है। साथ ही एक लैपटॉप, एक सीपीयू, दो पेन ड्राइव, 3 कार्ड रीडर,3 मोबाइल, दो बाइक और 7 विभिन्न बैंकों के पासबुक को बरामद किया है। इसके अलावे बैंक में जमा कराए गए 50 हजार रुपए की रसीद भी बरामद किया है।
साइबर अपराधियों की करतूत से लोग काफी परेशान है। आए दिन ये ठग किसी ना किसी को चूना लगाने का काम कर रहे हैं। इनके चंगूल में फंसने के बाद अफसोस करने के अलावे कोई रास्ता भी नहीं बचता है। ये शातिर ठग पटना में बैठकर अमेरिका के लोगों को अपना शिकार बना रहे थे। एक बार में उनसे 15 हजार डॉलर (9 लाख रुपए) से अधिक की ठगी कर रहे थे। अमेरिका के लोगों के कंप्यूटर, लैपटॉप में Malware या Ransomeware डालते फिर उसके सॉल्यूशन के नाम पर धोखाधड़ी करते थे।
ठगी के रुपए दो तरीकों से मंगवाए जाते थे। इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि आए दिनों की तरह शनिवार को सुबह गश्ती के दौरान दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी स्थित एशियन हॉस्पिटल के पास एक चाय दुकान के पास खड़े तीन संदिग्ध युवकों पर पुलिस की निगाह गई और पुलिस ने चाय दुकान पर खड़े इन तीन युवकों से पूछताछ शुरू की और उनके मोबाइल को सर्च करना शुरू किया तो पुलिस ने इन युवकों के मोबाइल पर कई तरह के ऐसे एप्लीकेशन डाउनलोड देखें जिसके जरिए यह तीनों युवक साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दे रहे थे।
सिटी एसपी बताते हैं कि पुलिस को शक होने के बाद पुलिस ने इन तीनों युवकों को हिरासत में लिया और जब इन्हें थाना लाकर पूछताछ शुरू की गई तो इन युवकों ने पुलिस को यह जानकारी दी कि इस गिरोह का सरगना मनेर में रहकर इस ग्रुप को संचालित करता है और इस गिरोह में शामिल सदस्य रिंग सेंटर ,स्काईप ,टेक्स्ट नाउ जैसे एप्लीकेशन के जरिए और विभिन्न तरीकों से अमेरिकन कस्टमर के कंप्यूटर पर मालवीय डाउनलोड करवा कर इस गिरोह के सदस्य वैसे लोगों को इंटरनेट कॉलिंग कर इस साइबर ठगी को अंजाम दिया करते थे।
सिटी एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि अमेरिका में रहने वाले लोगों के कंप्यूटर पर मालवेयर विभिन्न माध्यमों से डाउनलोड करवाने के बाद इस गिरोह के सदस्य इंटरनेट कॉलिंग के द्वारा इन लोगों के कंप्यूटर को ठीक करने के एवज में उन्हें फर्जी प्लान बेचने के नाम पर अमेरिकन लोगों से उनके रकम का ट्रांसफर अपने विभिन्न पर फर्जी अमेरिकन बैंक अकाउंट में करवाते थे जो भी ट्रांजैक्शन इस गिरोह के द्वारा करवाया जाता था वह डॉलर में होता था जो विभिन्न लेयर्स के बाद भारत के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता था।
ये लोग अंग्रेजी में बातचीत किया करते थे। इसमें से एक सरगना पिंटू सिंह मनेर का रहने वाला है सिटी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों युवकों की निशानदेही पर जमीन के कॉल सेंटर पर छापेमारी की गई तो पिंटू फरार हो गया। हालांकि पिंटू के घर में बने कॉल सेंटर से पुलिस को साढ़े दस लाख रुपए कैश के साथ-साथ सीपीयू पेनड्राइव कार्ड रीडर और अन्य कई सामानों की बरामदगी की गई है। फिलहाल गिरफ्तार साइबर फ्रॉड के नाम मोहम्मद दानिश अरशद,शब्बीर अहमद,आमिर सिद्दीकी है। जो पश्चिम बंगाल के रहने वाले है जो हाल के दिनों में पटना में रहकर अमेरिका के लोगों को अपना शिकार बनाते थे और साथ साइबर ठगी का काम करते थे।