कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे पैतृक गांव महकार में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सादगी से मनाया अपना बर्थडे, हम कार्यकर्ताओं ने दी जन्मदिन की बधाई IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 16वां जत्था, अब तक 2850 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के टॉपर्स को लैपटॉप देगी सरकार, इंजीनियर्स डे पर मंत्री ने की घोषणा
1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Nov 2021 10:13:19 AM IST
- फ़ोटो
पटना : बिहार में बिजली कंपनी अब स्मार्ट प्रीपेड मीटर की समस्या को दूर करने में जुट गई है. महीने की पहली तारीख को वास्तविक बिल को प्रदर्शित कराकर बिजली उपभोक्ताओं को संतुष्ट करने के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव करने की तैयारी चल रही है. माह पूरा होने तक बिजली खपत का बिल एक बार में मिल जाएगा. आपको बता दें कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बिल महीने की 30 तारीख तक हुई बिजली के खपत के आधार पर तैयार किया जाता है.
वहीं 26 तारीख तक यह बिल क्रमवार जारी किया जाता है. आपको बता दें कि पटना बिजली आपूर्ति प्रतिष्ठान में कुल 13 आपूर्ति प्रमंडल हैं. दरअसल 30 तक खपत होने वाली बिजली का बिल कंपनी 26 तारीख तक जारी करती है. इस वजह से बिजली उपभोक्ता काफी उलझन में रहते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक सभी आपूर्ति प्रमंडलों को विपत्र जारी करने के लिए दो दिन का समय दिया गया है.
लगातार आ रही लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए बिजली कंपनी बिलिंग सिस्टम में बदलाव करने की तैयारी में लगी हुई है. दरअसल कंपनी स्मार्ट प्रीपेड मीटर तो लगा रही है लेकिन व्यवस्था स्मार्ट नहीं बन पाई है. जिसके कारण उपभोक्ताओं को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.