ब्रेकिंग न्यूज़

परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली Bihar Crime News: दरभंगा में आधी रात भीषण डकैती, परिवार को बंधक बना बदमाशों ने की जमकर लूटपाट Bihar News: नाबालिग से गैंगरेप मामले में 8 दोषियों को उम्रकैद, 5 लाख मुआवजे का भी आदेश Bihar Crime News: शॉपिंग सेंटर के मालिक पर फायरिंग, बाइक पर सवार होकर आए थे बदमाश Bihar Crime News: 45 वर्षीय की निर्मम हत्या से मची सनसनी, क्रूरता की सभी हदें पार Small Business Ideas: नौकरी की कमाई काफी नहीं? कम निवेश में शुरू करें ये शानदार बिजनेस US Attacks Iran: ईरान-इजरायल जंग में कूदा अमेरिका, 3 परमाणु साइट्स पर बरसाए बंकर बस्टर बम Tejas MK1A: भारतीय वायुसेना में जल्द शामिल होगा 'देशी राफेल', खूबी जान अमेरिकी वैज्ञानिक भी हुए हैरान INDvsENG: रुट ने तोड़ डाला सचिन का रिकॉर्ड, जयसूर्या भी छूटे पीछे

पटना गैंगरेप केस: अनंत सिंह का खासमखास संदीप 2018 से पटना पुलिस का है वॉन्टेड, मुखिया का लड़ चुका है चुनाव

1st Bihar Published by: Updated Wed, 08 Jan 2020 08:18:48 AM IST

पटना गैंगरेप केस: अनंत सिंह का खासमखास संदीप 2018 से पटना पुलिस का है वॉन्टेड, मुखिया का लड़ चुका है चुनाव

- फ़ोटो

PATNA: राजधानी पटना में 19 साल की बीबीए की स्टूडेंट के साथ हुई गैंगरेप की वारदात के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. पटना पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते दो आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कांड के दो मुख्य आरोपी संदीप मुखिया और विनायक सिंह पुलिस की गिरफ्त से अभी भी बाहर हैं.  


इस रेप कांड का नामजद अभियुक्त संदीप मुखिया उर्फ संदीप सिंह पटना जिले के पालीगंज प्रखण्ड के दुल्हिबाज़ार थाना क्षेत्र के उलार सोरमपुर गांव का रहने वाला है. संदीप मुखिया पर पहले से भी केस दर्ज है. साल 2018 से वो पटना पुलिस का वॉन्टेड है. पुलिस ने जब संदीप के गांव सोरमपुर में उसके घर छापा मारा तब वो वहां नहीं मिला. जिसके बाद पुलिस इलाके में नाकाबंदी करके संदीप की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.


ख़बरों के मुताबिक गैंगरेप कांड का मुख्य आरोपी संदीप ने पिछले चुनाव में उलार सोरमपुर पंचायत से मुखिया का चुनाव भी लड़ा था. चुनाव में संदीप को तो जीत नहीं मिली लेकिन उसके बाद से वो संदीप मुखिया के तौर पर जाना जाने लगा. संदीप शादीशुदा है और उसकी पत्नी गांव में ही रहती है.