ब्रेकिंग न्यूज़

जमुई पुलिस कैंप में हादसा: पानी की टंकी गिरने से दो CRPF जवान घायल, अस्पताल में भर्ती पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को मिली जमानत, आचार संहिता उल्लंघन मामले में बिक्रमगंज कोर्ट से मिली राहत साइबर थाने में केस दर्ज होने पर बोले सुनील सिंह, कहा..हमारी आवाज को कोई दबा नहीं सकता काउंटिंग से पहले तेजस्वी यादव ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद श्रेयसी सिंह को जान से मारने की मिली धमकी, साइबर DSP से भाजपा प्रत्याशी ने की शिकायत Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती दिल्ली ब्लास्ट अलर्ट के बीच बाबा बागेश्वर की पदयात्रा में घुसा संदिग्ध युवक, फर्जी पुलिस आईडी के साथ गिरफ्तार जमुई में मतगणना की तैयारियाँ पूरी: डीएम-एसपी ने की संयुक्त ब्रीफिंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम Bihar Politics: ‘सपने देखना अच्छी बात, लेकिन सीएम बनने का सपना न देंखे’, तेजस्वी के शपथ वाले बयान पर शांभवी चौधरी का पलटवार

पीएम मोदी ने रघुवंश बाबू के निधन पर जताया शोक, दी श्रद्धांजलि

1st Bihar Published by: Updated Sun, 13 Sep 2020 12:46:25 PM IST

पीएम मोदी ने रघुवंश बाबू के निधन पर जताया शोक, दी श्रद्धांजलि

- फ़ोटो

DESK : राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा चिंतित रहते थे. अभी उन्होंने जो पत्र बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखा था उसमें भी उन्होंने क्षेत्र के विकास के प्रति चिंता जताई थी. प्रधानमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि रघुवंश बाबू ने आखिरी चिट्ठी में जो मांगे उठाई थी उस पर विचार किया जाए. आपको बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम विभाग के कार्यक्रम के उद्घाटन के ठीक पहले उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी. 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस दुखद खबर को आप सब लोगों के साथ साझा कर रहा हूं. बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे. मैं उनको नमन करता हूं. रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में सुन्न पैदा हुआ. जमीन से जुड़ा व्यक्तित्व, गरीबी को समझने वाला व्यक्तित्व, पूरा जीवन बिहार के संघर्ष में बिताया, जिस विचारधारा में वह पले बढ़े, जीवन भर को जीने का उन्होंने प्रयास किया. 


प्रधानमंत्री ने कहा कि तीन-चार दिनों से उनके स्वास्थ्य की लगातार जानकारियां लेता रहता था. मुझे उम्मीद थी कि वह जल्दी स्वस्थ होकर बिहार की सेवा में लग जाएंगे. उनके भीतर एक मंथन भी चल रहा था. जिन आदर्शों को लेकर वह चले थे, जिनके साथ चले थे, उनके साथ चलना अब उनको संभव नहीं लग रहा था और मन पूरी तरीके से जद्दोजहद में था. तीन-चार दिन पहले उन्होंने अपनी भावना को चिट्ठी के रूप में लिखकर प्रकट भी कर दिया लेकिन साथ-साथ भीतर ही अपने क्षेत्र के विकास की उन्हें चिंता  थी.  


रघुवंश बाबू ने बिहार के मुख्यमंत्री को विकास के कामों की सूची भेज दी थी, बिहार के लोगों के प्रति उनकी चिंता उस चिट्ठी में प्रकट हो रही थी. प्रधानमंत्री ने सीएम नीतीश से आग्रह किया कि रघुवंश प्रसाद सिंह की जो आखिरी चिट्ठी में उन्होंने अपनी भावना प्रकट की थी उसे परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करेंगे क्योंकि उन्होंने पूरी तरीके से विकास की बातें लिखी हुई थी इसलिए हम कार्यक्रम की शुरुआत में ही रघुवंश बाबू को अपनी आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देते हुए नमन करते हैं.