ब्रेकिंग न्यूज़

Mahila Rojgar Yojana : 40 फीसदी महिला वोटरों के हाथ में ‘10 हजारी चाबी’, क्या एनडीए की वापसी की बन सकती है सबसे बड़ी ताकत Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसा, तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार मां-बेटे को रौंदा; दोनों की हुई मौत Bihar Election 2025: एक ही सीट पर तीन बहुओं की मजबूत दावेदारी, किसके घर बजेंगे ढ़ोल-नगारे और किसके घर पर होगा सन्नाटा; जानिए क्या कहता है समीकरण Bihar Election 2025 : एग्जिट पोल्स ने बढ़ाई प्रशांत किशोर की मुश्किलें, जेडीयू को मिल रहीं 50 से ज्यादा सीटें तो क्या अब छोड़ देंगे राजनीति? Bihar election 2025: काउंटिंग से पहले IPL स्टाइल में सट्टे का खेल, बिहार चुनाव को लेकर लग रहे करोड़ों रुपए की बोली Moniul Haq stadium fire : पटना में कदमकुआं थाना मालखाने में भीषण आग, दो जब्त कारें जलकर खाक, जांच में जुटी पुलिस Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना की सभी तैयारियां पूरी, डीएम-एसपी ने काउंटिंग सेंटर का किया निरीक्षण; चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना की सभी तैयारियां पूरी, डीएम-एसपी ने काउंटिंग सेंटर का किया निरीक्षण; चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था Bihar News: बेटे की मौत की खबर नहीं सुन पाई मां, सदमे से तोड़ दी दम Bihar assembly election 2025 : वोटिंग को लेकर बवाल, दबंग समर्थकों ने घर पर चढ़कर की मारपीट, एक घायल; मुख्य आरोपी गिरफ्तार

PMCH में कंबल घोटाला : डॉक्टर समेत तीन पर केस

1st Bihar Published by: Updated Tue, 05 Jul 2022 08:00:04 AM IST

PMCH में कंबल घोटाला : डॉक्टर समेत तीन पर केस

- फ़ोटो

PATNA: पीएमसीएच में कंबल घोटाले का मामला सामने आया है. इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. इंद्रशेखर ठाकुर ने केस दर्ज कराया है. अधीक्षक के बयान पर शल्य भंडार के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंदन, शल्य भंडार के तत्कालीन भंडारपाल हेमंत कुमार और तकनीकी सहयोगी शिवेंद्र प्रस्वद पर केस दर्ज किया गया है. एफआईआर दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.


दरअसल, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शल्य भंडार के औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि कम्प्यूटराइज स्टॉक में 334 कंबल लिखा है, जबकि में भंडार में 14 ही हैं। रोष 320 कंबल कहां गए इसका अबतक हिसाब नहीं मिल पाया है. पीएमसीएच के शल्य भंडार का औचक निरीक्षण 27 जनवरी 2022 को किया गया. इस दौरान पीएमसीएच के उपाधीक्षक, मुख्य आकस्मिक चिकित्सा पदाधिकारी, राज्य भंडार के चिकित्सा पदाधिकारी, भंडारपाल, तत्कालीन भंडारपाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे.


एफआईआर में कहा गया है कि तत्कालीन भंडारपाल हेमंत शर्मा ने शल्य भंडार का संपूर्ण प्रभार भंडारपाल महेश प्रसाद को नहीं सौंपा है. वहीं कार्यालय से उन्हें 19 अप्रैल को रिमाइंडर दिया जा चुका है. इनका वेतन भी रोक दिया गया है. अधीक्षक ने पुलिस से कहा कि भंडार का कार्य और रखरखाव की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी भंडारपाल और तकनीकी सहयोगी की होती है. साथ ही चिकित्सा पदाधिकारी भंडार समीक्षक होते हैं. इसी कारण इन तीनों पर एफआईआर की गई है.