ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले रीतलाल यादव को एक और झटका, पत्नी रिंकू कुमारी के खिलाफ केस दर्ज; जानिए.. पूरा मामला Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले रीतलाल यादव को एक और झटका, पत्नी रिंकू कुमारी के खिलाफ केस दर्ज; जानिए.. पूरा मामला Success Story: बिहार की बेटी ने UPSC इंटरव्यू में दिया ऐसा जवाब कि पैनल भी मुस्कुरा उठा, कड़ी मेहनत के दम पर बनीं IAS अधिकारी Tejashwi Yadav tweet : तेजस्वी यादव ने PM मोदी से कर दी बड़ी अपील कहा - अपने भाषण में आरा के जंगलराज का जरूर करें जिक्र Bihar Weather Update: बिहार में चुनाव प्रचार पर मौसम की मार, उड़ान नहीं भर पा रहे नेताओं के हेलिकॉप्टर; कई रैलियां रद्द Bihar Weather Update: बिहार में चुनाव प्रचार पर मौसम की मार, उड़ान नहीं भर पा रहे नेताओं के हेलिकॉप्टर; कई रैलियां रद्द LPG Price 1 November 2025: LPG सिलेंडर के दाम घटे, बिहार चुनाव से पहले उपभोक्ताओं को मिली राहत Election 2025 Bihar : BJP के स्टार प्रचारक पवन सिंह मैदान में उतरे, पत्नी के लिए प्रचार करने के सवाल पर साधी चुप्पी; खेसारीलाल को लेकर दिया यह जवाब Bihar News: बिहार में निगरानी विभाग की सख्ती जारी, अब इस जिले में इंजीनियर और लाइनमैन रिश्वत लेते धराए Mokama Murder : 'फेफड़े फट गए और हड्डी टूट गई ...', दुलारचंद यादव हत्याकांड का पोस्टमार्टम कॉपी आया सामने, जानिए घटना के दिन की एक-एक बात

रियल लाइफ के 'जय-वीरु' गैंग के 7 सदस्य गिरफ्तार, अय्याशी और गर्लफ्रेंड्स को घुमाने के लिए करते थे बाइक चोरी

1st Bihar Published by: 3 Updated Wed, 28 Aug 2019 02:39:33 PM IST

रियल लाइफ के 'जय-वीरु' गैंग के 7 सदस्य गिरफ्तार, अय्याशी और गर्लफ्रेंड्स को घुमाने के लिए करते थे बाइक चोरी

- फ़ोटो

DESK : रील लाइफ की 'जय-वीरू' की जोड़ी से बिल्कुल अलग एक रियल लाइफ के 'जय-वीरू' की जोड़ी को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये जय-वीरु अपनी जरुरतों को पूरी करने के लिए एक गैंग चलाते थे. इनके गैंग में कई सदस्य हैं जो बड़ी सफाई से टू-व्हीलर चुराने का काम करते हैं. इंदौर पुलिस ने 'जय-वीरू गैंग' के 7 सदस्यों को चोरी की 21 बाइक के साथ गिरफ्तार किया है. प्रेमिकाओं को घुमाने के लिए करते थे बाइक चोरी पुलिस के मुताबिक 'जय-वीरू गैंग' में कई सदस्य हैं, जो मौज-मस्ती और अपनी प्रेमिकाओं को घुमाने और अय्याशी के लिए बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. 'जय-वीरू गैंग' नाम होने के पिछे की कहानी इस गैंग का नाम जय-वीरू होने के पीछे भी एक कहानी है. इस गैंग का हर सदस्य एक दूसरे के प्रति पूरी तरह से वफादार होते है. अपने गैंग के किसी भी मेंबर से जुड़ी कोई भी जानकारी ये किसी को भी नहीं देते हैं. अपनी दोस्ती की मिसाल देने के लिए गैंग ने अपना नाम जय-वीरु गैंग रखा था. इस गैंग के सदस्य चोरी की गई गाड़ियों को सस्ते दामों पर बेच कर मिलने वाले रुपये को अय्याशी और गर्लफ्रेंड्स को घुमाने में खर्च करते थे.