Bihar Election 2025 : मतगणना से पहले तेजस्वी का मिशन काउंटिंग, आरजेडी प्रत्याशियों को दिए सख्त निर्देश; जानिए क्या है प्लान Bihar News: बिहार से यहां के लिए स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, भीड़ से यात्रियों को मिलेगी राहत Road Accident: शादी से लौट रहे टेंपो और ट्रक की टक्कर, मौके पर महिला की मौत; 8 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो को सस्ती बिजली नहीं मिलेगी, आयोग ने याचिका की खारिज Bihar News: बिहार में इस दिन से पारा 10 डिग्री के नीचे, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Bihar Election 2025: बिहार चुनाव रिजल्ट से पहले ही क्यों बंट गया अनंत सिंह के दावत का न्योता, BJP के लड्डू भी तैयार; जानिए इसके पीछे क्या है वजह Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना के लिए बने इतने केंद्र, इस बार काउंटिंग प्रक्रिया में हुआ बड़ा बदलाव; जानें पूरी डिटेल Bihar Election 2025: बिहार में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग: पहली बार किसी बूथ पर नहीं होगा पुनर्मतदान, जानिए क्या रही वजह? क्या यही शराबबंदी है? पेट्रोल के टैंकर से 10 लाख की विदेशी शराब बरामद झारखंड में रेल हादसा: दीवार तोड़ खड़ी ट्रेन से टकराई मालगाड़ी, मची अफरा-तफरी
1st Bihar Published by: Updated Tue, 02 Mar 2021 11:23:51 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में आज बेहद दिलचस्प नजारा देखने को मिला. सदन में पहला सवाल शिक्षा विभाग से जुड़ा हुआ था. विधायक अफाक आलम ने शिक्षा में गुणवत्ता से जुड़ा हुआ सवाल पूछा था. सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विस्तार से जवाब दिया लेकिन दिलचस्प नजारा तब पैदा हो गया जब जेडीयू के ही विधायक और मौजूदा सरकार में पूर्व शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी ने क्वालिटी एजुकेशन के मसले पर सवाल खड़ा कर दिया.
नए सरकार ने जब 10 नवंबर महीने में शपथ लिया था तो मेवालाल चौधरी कैबिनेट में शामिल हुए थे. मेवालाल चौधरी के ऊपर गंभीर घोटाले का आरोप है और इसी मामले में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. मेवालाल चौधरी इकलौते ऐसे मंत्री हैं जो शिक्षा विभाग में सबसे कम अवधि तक मंत्री पद पर रहे. अज सदन में शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल पूछने पर मेवालाल खुद को नहीं रोक पाए.
मेवालाल चौधरी ने सदन में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता की बात सरकार करती है लेकिन क्वालिटी एजुकेशन के लिए नवनियुक्त शिक्षकों को रिप्लेसमेंट को क्यों नहीं कराया जा रहा. सरकार को यह बताना चाहिए कि रिप्लेसमेंट को लेकर वह कितनी गंभीर है. हालांकि उनके सवाल का जवाब शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने नहीं दिया और सदन दूसरे प्रश्न की तरफ आगे बढ़ गया.