ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar election 2025: काउंटिंग से पहले IPL स्टाइल में सट्टे का खेल, बिहार चुनाव को लेकर लग रहे करोड़ों रुपए की बोली Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना की सभी तैयारियां पूरी, डीएम-एसपी ने काउंटिंग सेंटर का किया निरीक्षण; चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था Bihar Election 2025: बिहार में मतगणना की सभी तैयारियां पूरी, डीएम-एसपी ने काउंटिंग सेंटर का किया निरीक्षण; चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था Bihar News: बेटे की मौत की खबर नहीं सुन पाई मां, सदमे से तोड़ दी दम Bihar assembly election 2025 : वोटिंग को लेकर बवाल, दबंग समर्थकों ने घर पर चढ़कर की मारपीट, एक घायल; मुख्य आरोपी गिरफ्तार Bihar election counting : मुजफ्फरपुर स्ट्रांग रूम विवाद: राजद के आरोपों पर मचा सियासी बवाल, प्रशासन ने बताया झूठ Patna Crime News: जुआ खेलने को लेकर युवकों में विवाद, आधी रात खूब हुआ ठांय-ठांय, दो गिरफ्तार Bihar Election 2025 : छोटे दलों का बड़ा इम्तिहान: NDA के लिए चिराग की रोशनी, तो तेजस्वी को चाहिए हाथ का मजबूत साथ; इसी से तय होगा सत्ता की कुर्सी Bihar News: बिहार में यहाँ पुलिस टीम पर हमला, 4 कर्मी घायल.. Patna Traffic Plan: मतगणना के दिन पटना में बंद रहेंगे यह रुट, सुरक्षा व्यवस्था भी टाइट; जाने लें वैकल्पिक मार्ग

रोजगार का मुद्दा नहीं छोड़ेगी कांग्रेस, वाम दलों ने केंद्र को पूंजीपतियों की सरकार बताया

1st Bihar Published by: Updated Fri, 29 Jan 2021 12:33:20 PM IST

रोजगार का मुद्दा नहीं छोड़ेगी कांग्रेस, वाम दलों ने केंद्र को पूंजीपतियों की सरकार बताया

- फ़ोटो

PATNA : किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार में बनाए जाने वाली मानव श्रृंखला को लेकर आज महागठबंधन में शामिल घटक दलों की बैठक हुई. इस बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार और केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला. किसानों के समर्थन में महागठबंधन को खड़ा बताया लेकिन तेजस्वी के साथ-साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजीत शर्मा ने बिहार में रोजगार को एक बड़ा मुद्दा बताया है. अजीत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस से बिहार में रोजगार के मुद्दे को नहीं छोड़ने वाली. तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान 10 लाख रोजगार का वादा किया था लेकिन सरकार नीतीश कुमार की बनी और बीजेपी ने 19 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था, उसका क्या हुआ सरकार को बताना चाहिए.


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रोजगार के साथ-साथ हम बिहार में लोगों के सामने मौजूद अन्य समस्याओं को भी लगातार उठाते रहेंगे. उधर वामदलों ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला. वाम दलों ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के हाथ में खेल रही है. किसानों के धरने प्रदर्शन के दौरान बिजली और पानी की सेवा बाधित की जा रही है. केंद्र का यह अत्याचार देश देख रहा है और इसका जवाब सही समय पर मिल जाएगा.


वाम दलों ने यह भी कहा कि प्रदेश में भी किसानों की स्थिति बदहाल है और यहां भी किसान जो अनाज पैदा कर रहे हैं, उसकी खरीद नहीं हो रही. सरकार की नीतियां केवल कागजों पर है जबकि जमीनी हकीकत यह है कि किसानों को अपना अनाज बेचने के लिए आज भी बिचौलियों के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है. बिहार में किसान आंदोलन की चिंगारी जल चुकी है और जल्द ही नीतीश कुमार भी इस चपेट में आएंगे.