Bihar Election 2025: बुर्का पहनकर वोटिंग करने आने वाली महिलाओं के लिए चुनाव आयोग की खास तैयारी, हर बूथ पर इन लोगों की लगाई गई ड्यूटी Bihar Election 2025: बुर्का पहनी महिलाओं की पहचान के लिए आयोग का नया नियम, हर बूथ पर खास व्यवस्था Bhai Virendra : दारोगा जी से भिड़ गए RJD विधायक भाई वीरेंद्र,कहा - ऐ तिवारी तुमको चेक करने का अधिकार कौन दिया रे ... Bihar News: बिहार के इस जिले में BJP के कई कार्यकर्ताओं को उठा ले गई पुलिस, तमाशे के बाद SI पर भी लगे आरोप Bihar Crime News: शादीशुदा लड़की को सोशल मीडिया पर हुआ प्यार, पति से झगड़े के बाद पहुंची बॉयफ्रेंड के पास, फिर ट्रॉली में मिली लाश Bihar Chunav Traffic : मतदान समाप्त होने के बाद पटना में स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह और खेसारी लाल यादव समेत इन भोजपुरी सितारों ने डाला वोट, कहा- पहले मतदान, फिर जलपान Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में वोटिंग जारी, पिछले तीन चुनावों के पैटर्न से क्या मिल रहे संकेत? Bihar Election 2025 : अनंत सिंह के मोकामा समेत पटना के सभी विधानसभा सीटों पर कैसी चल रही वोटिंग? इस रिपोर्ट से सब होगा क्लियर
1st Bihar Published by: Updated Fri, 03 Jul 2020 04:04:27 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार सचिवालय सेवा संघ का सरकार के खिलाफ विरोध जारी है। पदनाम परिवर्तन और प्रोन्नति के मुद्दे पर सचिवालय कर्मियों ने काली पट्टी लगाकर काम किया। संघ ने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है कि मांगे नहीं माने जाने पर वे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे।
बिहार सचिवालय सेवा संघ द्वारा आहूत काला बिल्ला कार्यक्रम का समापन के आखिरी दिन बिहार सचिवालय सेवा संघ के सभी कर्मियों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी लगाकर काम-काज को निपटाया।बिहार सचिवालय सेवा के सचिवालय सहायक का पदनाम परिवर्तित कर केंद्र सरकार के अनुरूप सहायक प्रशाखा पदाधिकारी करने का मामला सरकार के पास पिछले 5 वर्षों से पड़ा है, इस संबंध में दो बार उच्चस्तरीय वार्ता भी हुई है और इसके लिए सचिवालय कर्मियों द्वारा तीसरी बार आंदोलन किया जा रहा है।
विरोध कर रहे सचिवालय सेवा संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि केंद्र और आसपास के सभी राज्यों में पदनाम परिवर्तन बहुत पहले किया जा चुका है। सामान्य प्रशासन विभाग की हठधर्मिता के कारण ये मामला पिछले 05 सालों से लंबित है, इस बार बिहार सचिवालय सेवा संघ द्वारा किसी प्रकार के समझौते के मूड में नहीं है और यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा।
आंदोलनकारियों ने बताया कि सचिवालय सहायक के लगभग 60फीसदी पद रिक्त होने के कारण वर्तमान में पदस्थापित कर्मियों पर काम का बोझ काफी ज्यादा है। कर्मियों की मांग है कि जल्द से जल्द सचिवालय सहायक की बहाली की जाए। सरकार द्वारा संघ के मुद्दों पर संज्ञान नहीं लेने से सचिवालयकर्मियों में काफी रोष देखा गया। कार्यकारिणी के बैठक के बाद आगे के रणनीति की घोषणा की जाएगी।