PATNA : पटना में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच दूरी देखने को मिली है। दो दिन पहले बिहार में अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत करने वाले चिराग पासवान ने नीतीश सरकार को कई मुद्दों पर कटघरे में खड़ा किया था। चिराग ने नियोजित शिक्षकों के मामले पर नीतीश सरकार के स्टैंड से अलग जाते हुए उनकी समस्या को एलजेपी के मेनिफेस्टो में शामिल करने का भरोसा दिया है। चिराग के इस ऐलान के बाद यह पहला मौका है जब वह नीतीश कुमार के साथ एक मंच पर नजर आए।
पटना के बापू सभागार में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान शामिल होने पहुंचे हैं लेकिन शुरुआती अभिवादन के बाद दोनों नेताओं के बीच बहुत बातचीत नहीं हो सकी। नीतीश और चिराग के बीच वाले कुर्सी पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार बैठे रहे। नीतीश कुमार के रुख को भांपते हुए सहकारिता सम्मेलन में जब चिराग के बोलने की बारी आई तो उन्होंने बिहार सरकार की जमकर तारीफ कर डाली। सरकार की तरफ से और किसानों के लिए उठाए गए कदमों की चर्चा को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने नीतीश कुमार की जमकर तारीफ भी की।
हालांकि चिराग पासवान यह बताना नहीं भूले कि अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने किसानों से जो बातचीत की है उसमें फूड प्रोसेसिंग लगाए जाने की मांग सबसे ज्यादा है। पासवान ने राज्य सरकार से अपील की है कि वह जीरो परसेंट ब्याज पर किसानों को लोन कार्ड मुहैया कराए।