Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज बारिश की चेतावनी, बाकियों में उमस और गर्मी का रहेगा प्रकोप कौन बनेगा देश का अगला उपराष्ट्रपति? अचानक.. रामनाथ ठाकुर के नाम की चर्चा की वजह जानिए नीतीश के खास व शिक्षा विभाग के ACS एस. सिद्धार्थ ने दिया इस्तीफा....वजह क्या है जान लीजिए.... BIHAR: आर्थिक तंगी और ग्रुप लोन के बोझ के चलते महिला ने उठा लिया बड़ा कदम, बेटे और बेटी के साथ गले में लगाया फंदा, मौके पर ही मां-बेटी की मौत BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा BIHAR: बच्चों से काम करवाने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर 2 साल की सजा देवरिया से सुल्तानगंज जा रहे कांवरियों की गाड़ी को टैंकर ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर खगड़िया में बड़ा हादसा: नहाने के दौरान चार स्कूली बच्चे गहरे पानी में डूबे, रेस्क्यू जारी छपरा: गंगा में डूबने से 3 की मौत, सावन सोमवारी के दिन कलश विसर्जन के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा
1st Bihar Published by: ALOK KUMAR Updated Thu, 02 Jun 2022 09:17:10 AM IST
- फ़ोटो
BETTIAH: खबर बेतिया अनुमंडल क्षेत्र की है, जहां चनपटिया प्रखंड के झखरा गांव के रहने वाले विक्रम साह के बेटा का मृत्यु बाढ़ के पानी में डूबने से हुई थी। दो साल पहले घटी इस घटना से परिवार आज तक सदमें में है। दो साल पहले जब संदीप की मृत्यु बाढ़ की पानी में डूबने से हुई तो सरकारी ने सहयता राशि चार लाख रुपए देने का आश्वासन दिया था।
वहीं, सभी कागजी प्रक्रिया पूरा होने के बाद भी मृतक संदीप के परिवार को सहयता नहीं मिली। विक्रम साह के दिब्यांग होने के कारण उससे मजदूरी का काम नहीं हो पता। घर का एकलौता चिराग भी बाढ़ की चपेट में आकर परिवार का साथ छोड़ गया। ऐसे में विक्रम साह का परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहा है। दो साल बीत जाने के बाद अब सरकारी से मिले वाले सहयता की भी आस अब टूट चुकी है।
विक्रम साह ने बताया कि हर महीने बेतिया आपदा ऑफिस और अंचल ऑफिस जाते है। इस आस से की सरकार उनकी मदद करेगी। और हर की तरह निराश होकर लौटना पड़ता है। असफरों का कहना है कि अभी आवंटन नहीं है जब आवंटन आयेगा तब सहयता राशि मिल जायेगी। रेणु देवी आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री है और इनके गृह जिले में आवंटन के आभाव में दिव्यांग विक्रम साह को दो सालों में भी सरकारी सहयता राशि नहीं मिल पाई है।