बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: AKASH KUMAR Updated Sun, 16 Jan 2022 02:35:10 PM IST
- फ़ोटो
AURANGABAD: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है लेकिन यह शराब के धंधेबाजों को रास नहीं आ रही है। शराब के धंधेबाजों का हौसला इस कदर बुलंद है कि वे थाना के पीछे ही खुल्लेआम शराब बेच रहे हैं और शराबबंदी कानून की जमकर धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र का है। इस वीडियो में आप देख सकते है कि कैसे थाना के ठीक पीछे शराब की बिक्री खुल्लेआम जारी है। भारी मात्रा में चुलाई शराब झोले में लाकर धंधेबाज यहां बेचता दिख रहा है। जो पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
बारूण थाना के ठीक पीछे बेची जा रही शराब
बालू के रेत पर शराब पीने वालों की महफिल सजी है। लोग शराब गटक रहे है। अब चुलाई वाली इस तरह की गड़बड़ शराब को लोग गटकेंगे तो मौतें तो होगी ही। अवैध शराब के धंधेबाजों के कारनामों से राज्य में अब तक जहरीली शराब पीने से 51 लोग अपना जान गंवा चुके है। यही हाल रहा तो वह दिन भी दूर नहीं जब औरंगाबाद में भी जहरीली शराब से मौत का तांडव होगा और हाय तौबा मचेगी।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
बारूण थाना के ठीक पीछे सोन नदी में बालू की रेत पर शराब की हो रही बिक्री से साफ नजर आता है कि शराब कारोबारियों से यहां की पुलिस के बेहद मधुर संबंध हैं। शायद यही कारण है कि इन्हीं संबंधों की वजह से यहां मयखाना सजता है। यहां महफिल सजी है और पीने वाले मस्त होकर शराब पी रहे है। ऐसे में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार जी को धंधेबाजों के साथ-साथ अपनी पुलिस पर भी नकेल कसने की जरुरत है। ऐसी नकेल कसी जाए कि धंधेबाज शराब का धंधा करना और पुलिस वाले संरक्षण देना ही भूल जाएं।
बयान देने से बच रहे पुलिस अधिकारी
बारूण थाने के पीछे महज 200 मीटर की दूरी पर हो रही शराब की बिक्री के संबंध में जब औरंगाबाद के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में एसडीपीओ से बयान ले लीजिए। जब एसडीपीओ गौतम शरण ओमी से बात की गई तो उन्होंने यह कहकर किनारा कर लिया कि वे हेडक्वार्टर में नहीं हैं बल्कि फील्ड में हैं। फील्ड से आने पर ही कुछ कहेंगे। ऐसे में पुलिस का कोई भी अधिकारी ने इस संबंध में कुछ भी बोलना उचित नहीं समझ रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि शराबबंदी वाले राज्य में यदि इसी तरह कानून का मजाक उड़ाया जाता रहा तो फिर इस कानून के क्या मायने रहेंगे। सोशल मीडिया पर थाने के पीछे शराब बेचे जाने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिससे शराबबंदी पर कई सवाल खड़े हो रहे है। जरूरत है इस कानून को और कड़ाई से लागू करने की ताकि शराब बेचने की गलती कोई दोबारा ना कर सके।