Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु Bihar Weather: बिहार के 15+ जिलों में आज बारिश की संभावना, मौसम विभाग का अलर्ट जारी Bihar News: एक्सरसाइज के दौरान सातवीं के छात्र को आया हार्ट अटैक, देखते ही देखते चली गई जान
1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Sat, 21 Jan 2023 09:25:30 PM IST
- फ़ोटो
ARRAH:भोजपुर में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं रहने के कारण एक गर्भवती महिला की मौत हो गई है। इस घटना से गुस्साएं ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया और कार्रवाई की मांग की।
बताया जाता है कि महिला गर्भवती थी जिसे प्रसव के लिए भोजपुर के सहार सीएचसी लेकर परिजन पहुंचे थे। अस्पताल पहुंचने के बाद परिजनों ने डॉक्टर को बहुत ढूंढा लेकिन वे नदारद थे। जब अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिला तब परिजन मरीज को लेकर दूसरे अस्पताल जाने लगे लेकिन ज्यादा ब्लीडिंग होने के कारण रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया।
महिला सहार थाना क्षेत्र के बरूही निवासी धर्मेंद्र साह की 30 वर्षीय पत्नी रीना देवी थी। समय पर उचित इलाज नहीं होने से उसकी मौत हो गयी। महिला की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में शव के साथ प्रदर्शन किया। हंगामे की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष शिवेंद्र कुमार, सीओ दया शंकर झा और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. हरीश चंद्र चौधरी मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों के सामने गुस्साएं ग्रामीणों ने कई घंटों तक शव को अस्पताल परिसर में रखकर हंगामा प्रदर्शन करते रहे। परिजनों का आरोप है कि जब मरीज को लेकर वे सहार सीएचसी आए थे तब कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने उसे आरा सदर अस्पताल रेफर नहीं किया। जब महिला की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी तो परिजन ऑटो में लेकर नारायणपुर स्थित एक निजी क्लीनिक ले जाने लगे लेकिन जहां रास्ते में ही महिला की मौत हो गयी।
परिजन शव को लेकर घर चले गये। और सुबह में जब घटना की जानकारी ग्रामीणों को मिली तब शव को लेकर ग्रामीण सीएचसी सहार पहुंच गये और हंगामा करने लगे। मृतका के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में महिला डॉक्टर तक नहीं रहती है और जिस डॉक्टर की ड्यूटी रहती है वो भी अस्पताल से गायब रहता है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।