ब्रेकिंग न्यूज़

'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar News: बिहार में पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली का वीडियो वायरल, SP ने ले लिया बड़ा एक्शन

सरकारी अस्पताल ने मां के पेट में पड़े जिस बच्चे को मरा हुआ बता दिया, निजी क्लिनिक में उसी की गूंजी किलकारी

1st Bihar Published by: Updated Mon, 30 Dec 2019 08:49:22 AM IST

सरकारी अस्पताल ने मां के पेट में पड़े जिस बच्चे को मरा हुआ बता दिया, निजी क्लिनिक में उसी की गूंजी किलकारी

- फ़ोटो

SARAN : बिहार में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। सरकार चाहे बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लाख दावे कर ले लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी अस्पतालों में पहुंचते हैं सबको दिख जाती है। छपरा के सदर अस्पताल में लापरवाही की इंतहा देखने को मिली है।

बनियापुर थाना इलाके के रहने वाले मनबोध यादव अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर बनियापुर रेफरल अस्पताल पहुंचे थे। बच्चे की डिलीवरी होनी थी लेकिन रेफरल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। मनबोध यादव जब अपनी पत्नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद कह दिया कि बच्चा पेट में ही मर चुका है। मनबोध को कहा गया कि अब मरे हुए बच्चे को ऑपरेशन के जरिए ही बाहर निकाला जा सकता है। डॉक्टरों ने मनबोध की पत्नी को पीएमसीएच रेफर कर दिया।

इलाज के लिए पीएमसीएच ले जाने के पहले मनबोध और उसके परिजन पेसेंट को छपरा के एक निजी क्लीनिक में ले गए। डॉक्टरों ने वहां चेकअप किया तो पेट में बच्चा जीवित मिला। बाद में उसका प्रसव भी कराया गया और जिस बच्चे को दुनिया में आने से पहले सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था उसकी किलकारी भी गूंजी। इस पूरे मामले की जानकारी होने के बाद अब छपरा के सिविल सर्जन पहले तो पल्ला झाड़ते रहे लेकिन पूरी जानकारी के बाद दोषियों पर जांच कर कार्रवाई की बात कही है।