Bihar News: वेतन न मिलने पर कर्मी ने मैनेजर की बाइक चुराई, पुलिस ने किया गिरफ्तार Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, बिहार विधानसभा चुनाव का कर सकते हैं बहिष्कार; इसी महीने ले सकते हैं फैसला Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू
1st Bihar Published by: Updated Mon, 21 Jun 2021 08:10:53 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का पिछले दिनों दिल्ली में निधन हो गया था। कोरोना संक्रमित शहाबुद्दीन की मौत के बाद उनके परिवार पर आफत आन पड़ी थी और अब जो ताजा खबर सामने आ रही हैं उसके मुताबिक शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा के काफिले का एक्सीडेंट हुआ है। ओसामा के काफिले में शामिल चार गाड़ियां आपस में ही टकरा गई हैं जिससे तकरीबन आधा दर्जन समर्थक घायल हो गए हैं।
एक्सीडेंट रविवार की रात हुआ है। बताया जा रहा है कि एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ओसामा गोपालगंज जिले में पहुंचे थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह अपने पिता के करीबी रहे टुन्ना गिरि से मिलने उनके घर पहुंचे जहां मुलाकात करने के बाद जब वह वापस से सिवान लौट रहे थे। गोपालगंज के थावे के पास काफिले में शामिल चार गाड़ियां बेकाबू हो गई और आपस में ही टकरा गई इस एक्सीडेंट में उनके आधा दर्जन समर्थक के घायल हुए हैं हालांकि ओसामा बिल्कुल ठीक हैं।
आपको बता दें कि ओसामा अपने पिता की मौत के बाद इससे पहले पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से मिलने छपरा भी गए थे और आज उन्होंने टुन्ना गिरि से गोपालगंज पहुंचकर मुलाकात की है। अपने पिता का चालीसवां पूरा होने के बाद ओसामा अपने समर्थकों के साथ धीरे-धीरे सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। उनके साथ से गाड़ियों का बड़ा काफिला भी चलता है और इसी काफिले में यह सड़क दुर्घटना हुई।