1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 26 Apr 2024 01:02:30 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में जुटे तेजस्वी यादव घूम-घूमकर दावा कर रहे हैं कि बिहार में जो लाखों शिक्षकों की बहाली हुई वह उनकी बदौलत ही संभव हो सका है। तेजस्वी के इस दावे पर जेडीयू ने बड़ा खुलासा किया है। जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा है कि उस वक्त आरजेडी कोटे से शिक्षा मंत्री रहे चंद्रशेखर शिक्षक बहाली के पक्ष में नहीं थे, यही वजह है कि शिक्षक बहाली की फाइल पर उनके हस्ताक्षर तक नहीं हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव शिक्षक बहाली का झूठा श्रेय न लें तो अच्छा रहेगा।
जेडीयू सांसद संजय झा ने कहा कि बिहार में जो बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली हुई उसमें आरजेडी का कोई रोल नहीं था। तेजस्वी यादव की पार्टी से शिक्षा मंत्री बने चंद्रशेखर तो कभी शिक्षा विभाग के दफ्तर जाते ही नहीं थे। तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर कार्यालय नहीं गए, इसलिए ही इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली संभव हो सकी। शिक्षकों की बहाली में उनकी कोई भूमिका नहीं है, यहां तक कि शिक्षक बहाली की फाइल पर चंद्रशेखर के साइन भी नहीं हैं। आरजेडी कोटे से पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर शिक्षक बहाली के खिलाफ थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डर था कि आरजेडी के लोग शिक्षक बहाली में गड़बड़ी न कर दें, इसलिए बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली का फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री ने बीपीएससी से बहाली कराई और उस फाइल पर उनका ही साइन है, पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का उस फाइल पर साइन नहीं है। बिहार में जो शिक्षकों की बहाली हुई वह पहले से ही तय थी, इसमें इन लोगों का कोई रोल नहीं है।
जेडीयू सांसद ने कहा कि केंद्र और बिहार की सरकार साथ मिलकर अच्छी तरह से काम कर रहे हैं और इस बार भी केंद्र में एनडीए की सरकार आने के बाद बिहार में अगले पांच साल में विकास का नया स्वरूप देखने को मिलेगा। वहीं दूसरे चरण में बिहार की पांच सीटों पर एनडीए के पक्ष में वोट पड़ने का दावा करते हुए संजय झा ने कहा कि लोग बता रहे हैं कि विकास और डबल इंजन की सरकार के नाम पर मतदाता एनडीए के पक्ष में वोट कर रहे हैं।