ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

सृजन घोटाला : एक और मामले की जांच सीबीआई को मिली, अबतक दो दर्जन केस दर्ज

1st Bihar Published by: Updated Sat, 27 Feb 2021 07:17:43 AM IST

सृजन घोटाला : एक और मामले की जांच सीबीआई को मिली, अबतक दो दर्जन केस दर्ज

- फ़ोटो

BHAGALPUR : बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले से जुड़े एक और मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।  भागलपुर कोतवाली थाने में दर्ज एक और मामले की जांच का जिम्मा बिहार सरकार ने सीबीआई को दे दिया है। भागलपुर के कोतवाली थाना में दर्ज कांड संख्या 808/20 की जांच का जिम्मा सीबीआई को दे दिया गया है। शुक्रवार को गृह विभाग ने इससे जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है। 


बहुचर्चित सृजन घोटाला कांड में अब तक दो दर्जन मामले दर्ज हो चुके हैं। बिहार सरकार ने साल 2017 में सृजन घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी। भागलपुर के साथ -साथ बांका और सहरसा से जुड़े सृजन घोटाले में करोड़ो की राशि का गबन किया गया था। सीबीआई को इस घोटाले से जुड़े दो दर्जन मामले पहले ही सौंप दिए गए हैं। 


ताजा मामले में अब भागलपुर कोतवाली थाना कांड संख्या 808/20 भी शामिल हो गया है। सृजन संस्था द्वारा सरकारी बैंक खातों से जालसाजी करके वित्तीय लेनदेन करने का यह मामला है। आपको याद दिला दें कि साल 2006-07 में ही घोटाले की नींव पड़ी थी। सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड नाम के एनजीओ के जरिए घोटाले का यह खेल 2006 में ही शुरू हो गया था। हालांकि मामले का खुलासा साल 2017 में हुआ। सृजन घोटाले का खुलासा होने के बाद नीतीश सरकार की खूब फजीहत हुई थी और विपक्ष के दबाव के बाद सीबीआई जांच की अनुशंसा करनी पड़ी थी।