DELHI : क्या राष्ट्रीय जनता दल और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच दूरी और कम हुई है यानि दोनों पार्टियां औऱ पास आ गयी हैं. संकेत तो ऐसे ही मिल रहे हैं. चिराग पासवान ने आज तेजस्वी यादव को थैंक यू बोला है. उधर तेजस्वी ने भी कहा है कि चिराग पासवान को आखिरी फैसला लेना चाहिये औऱ विपक्षी गठबंधन में शामिल हो जाना चाहिये.
चिराग ने क्यों बोला थैंक यू
चिराग पासवान ने आज तेजस्वी यादव को थैंक यू बोला. एक इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा कि तेजस्वी यादव ने उनके पिता स्व. रामविलास पासवान की जयंती मनाने का फैसला लिया है. ये उनके लिए खुशी की बात है. इसलिए तेजस्वी यादव का धन्यवाद. इससे लोगों के बीच ये भी संदेश जायेगा कि नौजवान पीढी अपने बुजुर्गों के प्रति संवेदनशील है औऱ उन्हें सम्मान देना जानती है. चिराग ने कहा कि उनके पिता स्व. रामविलास पासवान औऱ लालू प्रसाद यादव मित्र थे. लेकिन तेजस्वी भी रामविलास पासवान को पिता की तरह सम्मान दे रहे हैं तो वे इसके लिए आभारी हैं.
तेजस्वी बोले-साथ आय़ें चिराग
उधर तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान को साथ आने का ऑफर दिया है. एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा रामविलास पासवान के साथ खड़ी रही है. तेजस्वी ने कहा कि 2009 के चुनाव में जब लोजपा के विधायक नहीं थे औऱ खुद रामविलास पासवान चुनाव हार गये थे तो लालू प्रसाद यादव ने ही उन्हें राजद के कोटे से राज्यसभा भेजा था. उन्होंने पूछा कि क्या देश में किसी अन्य नेता या पार्टी ने कभी इतना कुछ किया या बलिदान दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि रामविलास पासवान की जयंती मनाना कोई सियासत नहीं है. उनकी पार्टी ने दलितों के मसीहा स्व. रामविलास पासवान का बिहार के लिए योगदान को देखते हुए उनकी जयंती मनाने का फैसला लिया है.
तेजस्वी ने कहा कि स्व. राम विलास पासवान जी आजीवन समाजवादी रहे. उनका पूरा जीवन दलितों-पिछड़ों को आगे बढाने में बीता और सामाजिक न्याय के विचार में गहरा विश्वास रहा. रामविलास पासवान जी अपने राजनीतिक दीवन में जाति वर्चस्ववाद, गरीबी और गैर बराबरी से लड़े. इस वक्त देश नाजुक स्थिति में है औऱ बाबा साहेब के संविधान को ताक पर रख कर आरएसएस के एजेंडे को थोपने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में रामविलास पासवान जी को असली श्रद्धांजलि तभी दी जा सकती है जब उनके मूल्यों और विरासत को आगे ले जाया जाये. यह तभी संभव है जब चिराग पासवान देश पर गोलवरकर की विचारधारा को थोपने के खिलाफ लड़ाई में शामिल हो जायें.
तेजस्वी ने कहा कि चिराग के साथ बीजेपी ने वही किया जो उसकी फितरत रही है. बीजेपी दूसरी पार्टियों या नेताओं को चांद पर ले जाने का वादा करके उन्हें झांसे में लेती है लेकिन जब उसका काम निकल जाता है और उसे ये लगता है कि अब वे उनके किसी काम के नहीं रहे तो वे उन्हें ऐसे निकालती है जैसे कि दूध में से मक्खी निकाल कर फेंकी जाती है.