PATNA : बिहार में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना से पहले पूरी रात ड्रामा हुआ. देर रात राजद ने चुनाव आयोग से गुहार लगायी. राजद ने चुनाव आयोग को आपात पत्र भेजकर कहा कि सरकार ने पक्षपात के आरोपी SDO को कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र की मतगणना का निर्वाची पदाधिकारी बना दिया है. राजद ने कहा कि ऐसे पदाधिकारी के रहते निष्पक्ष तरीके से मतगणना हो ही नहीं सकती लिहाजा चुनाव आयोग तत्काल हस्तक्षेप करे. उधर तेजस्वी दरभंगा में जमें हैं तो जगदानंद सिंह मुंगेर में.
देर रात राजद का ज्ञापन
राजद के सांसद मनोज झा ने रात के 12 बजकर 37 मिनट पर मुख्य चुनाव आय़ुक्त को पत्र लिखा. मनोज झा ने अपने पत्र में लिखा कि सरकार ने कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर मतगणना के लिए एसडीओ संजीव कुमार कापर को निर्वाची पदाधिकारी बना दिया है. पत्र में कहा गया है कि कापर एक दागी पदाधिकारी हैं और चुनाव के दौरान सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में राजद समर्थकों को धमका रहे थे. पीडीएस डीलरों को धमकाते उनका ऑडियो क्लीप भी सामने आ चुका है. राजद ने मुख्य चुनाव आयुक्त से तत्काल हस्तक्षेप करने और संजीव कुमार कापर को निर्वाची पदाधिकारी पद से हटाने का आग्रह किया.
उधर तेजस्वी यादव ने भी संजीव कुमार कापर को निर्वाची पदाधिकारी बनाने पर सरकार पर तीखा हमला बोले. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार बेईमानी की सारी पराकाष्ठा पार कर चुके हैं. जिस एसडीओ संजीव कुमार कापर ने चुनाव के दौरान सत्ताधारी दल यानि जेडीयू के पक्ष में काम करने के लिए लोगों को धमकाया उसे निर्वाची पदाधिकारी बना दिया गया है. तेजस्वी ने कहा कि संजीव कुमार कापर का ऑडियो क्लीप सामने आ चुका है. ट्वीटर पर तेजस्वी ने सवाल पूछा कि-लुटेरों कुछ शर्म बची है कि नहीं?
उधर काउंटिंग के दौरान धांधली की आशंका से ग्रस्त तेजस्वी यादव ने खुद दरभंगा में कैंप कर रहे हैं. पार्टी के वरीय नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के साथ तेजस्वी दरभंगा में जमे हैं. दरभंगा में ही कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव की काउंटिंग होनी है. वहीं, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और श्याम रजक को मुंगेर भेजा गया है. मुंगेर में तारापुर विधानसभा सीट का मतगणना होना है.
तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह देर रात तक पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. उन लोगों को खास ट्रेनिंग दी जो काउंटिंग एजेंट बनाये गये हैं. उन्हें बताया गया कि काउंटिंग के दौरान हर घटनाक्रम पर पैनी नजर रखें औऱ कहीं भी कोई गडबड़ी दिखे तो तत्काल बड़े नेताओं को सूचित करें. वहीं, जिले के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी तैयार रहने को कहा गया है. राजद ने कहा है कि अगर प्रशासन औऱ सरकार ने गडबड़ी करने की कोशिश की तो उसी समय से आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा.
क्यों एक्शन में है राजद
राजद नेता पिछले विधानसभा चुनाव की काउंटिंग में हुए खेल से सबक सीख चुके हैं. तेजस्वी यादव बार-बार कहते हैं कि नीतीश कुमार की सरकार चोर दरवाजे से बनी हुई सरकार है. तेजस्वी यादव का आरोप है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 सीटें ऐसी थी जहां काउंटिंग में धांधली करके जेडीयू को जीत दिलायी गयी. वे खुलेआम आरोप लगाते रहे हैं कि सीएम हाउस से लगातार जिले के डीएम को धमकाया जा रहा था औऱ काउंटिंग में धांधली करने को मजबूर किया जा रहा था. तेजस्वी कह रहे हैं कि इस दफे भी नीतीश कुमार ये खेल कर सकते हैं. लेकिन अब राजद तैयार है.
दरअसल विधानसभा की दो सीटों पर हो रहा उपचुनाव बेहद अहम है. दोनों जेडीयू की सीटिंग सीट थी. अगर एक पर भी जेडीयू की हार होती है तो फिर नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगेगा. तेजस्वी ही नहीं बल्कि लालू यादव कह चुके हैं कि उपचुनाव में दोनों सीटें जीतकर वे नीतीश कुमार की सरकार को गिरायेंगे. इस दावे में कितनी सच्चाई है ये फिलहाल कहना मुश्किल है लेकिन अगर जेडीयू की हार होती है तो फिर नीतीश कुमार भारी मुसीबत में पड़ेंगे.