ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी अपने प्रिय मित्र सतीश कौशिक की याद में Anupam Kher ने शुरू किया यह नेक काम, अब विश्व भर में हो रही सराहना Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे

4 विधायकों के नेता मुकेश सहनी बन गए मंत्री, 10वें नंबर पर ली पद एवं गोपनीयता की शपथ

1st Bihar Published by: Updated Mon, 16 Nov 2020 05:13:17 PM IST

4 विधायकों के नेता मुकेश सहनी बन गए मंत्री, 10वें नंबर पर ली पद एवं गोपनीयता की शपथ

- फ़ोटो

PATNA : सिमरी बख्तियारपुर सीट से विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद वीआईपी अध्यक्ष मुकेश साहनी नीतीश कैबिनेट में मंत्री बन गए हैं. उन्होंने दसवें नंबर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है. मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी ने 11 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उनके चार विधायक के चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.


मुकेश सहनी चुनाव हार चुके हैं लेकिन अब मंत्री पद की शपथ लेने के बाद वह विधान परिषद कोटा से सदस्य बनाए जाएंगे. मुकेश साहनी ने विधानसभा चुनाव के दौरान ही महागठबंधन से विद्रोह करते हुए एनडीए का रुख किया था. एनडीए में उनकी एंट्री बीजेपी के तरफ से हुई थी बीजेपी ने मुकेश साहनी को एनडीए में से 11 सीटें देकर एडजस्ट किया और अब उनकी किस्मत का ताला खुल चुका है.


मुकेश सहनी अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं लेकिन उन्हें मंत्री बनाया गया है. राज्यपाल कोटे से मनोनीत होने वाले सदस्यों में उन्हें जगह मिलना तय है. क्योंकि चुनाव के ठीक पहले जो समझौता हुआ था. उसके मुताबिक के वीआईपी को एक सीट विधान परिषद की भी दी जानी है.