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1st Bihar Published by: Updated Sun, 11 Jul 2021 09:20:26 PM IST
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PATNA: विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील कुमार ने देश में बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जतायी। उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि का संबंध किसी धर्म से नहीं है। लड़कियों में शिक्षा का प्रसार व प्रोत्साहन के जरिये ही जनसंख्या वृद्धि को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर देश में बढ़ती जनसंख्या पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद सुशील कुमार ने आज एक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विटर पर यह लिखा कि जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण आज भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए चुनौती बना हुआ है। बिहार के वर्तमान प्रजनन दर 2.7 को 2025 तक 2.1 और 2031 तक मात्र 2.0 पर लाने का लक्ष्य है।
लड़कियों में शिक्षा का प्रसार व जनसंख्या नियंत्रित करने वालों को प्रोत्साहित करके ही वृद्धि दर पर प्रभावी रोक संभव है। जनसंख्या वृद्धि का सम्बंध किसी धर्म से नहीं है। जनसंख्या नियंत्रण में सही उम्र में शादी सर्वाधिक प्रभावी है। उन्होंने कहा कि लड़कियों के शिक्षित होने से प्रजनन दर में गिरावट आई है। जनसंख्या को नियंत्रित करने में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है।
वही शिक्षा के प्रति छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए चलाई जा रही कई सरकारी योजनाओं का भी जनसंख्या नियंत्रण पर खासा असर देखने को मिल रहा है। सरकार द्वारा छात्राओं के लिए साइकिल, पोशाक जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही है। जिसके कारण छात्राएं शिक्षा हासिल करने लिए स्कूलों और कॉलेजों तक पहुंच रही है और शिक्षित बन रही है। शिक्षा हासिल करने के बाद वे अपने बेहतर भविष्य के बारे में भी सोचने लगी रही हैं। वही बाल विवाह पर रोक लगाए जाने से बच्चियों की शादी सही उम्र में हो रही है।