ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन PM मोदी के बिहार आगमन से कितना बदल सकता है समीकरण; इस इलाके में गूंजेगी आवाज तो किसे होगा फायदा? Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह?

आचार्य चाणक्य की नीतियां, परिवार में सुख-समृद्धि बनाए रखने के सूत्र

आचार्य चाणक्य एक महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री और नीतिज्ञ थे, जिन्होंने अपने ज्ञान से समाज को सही दिशा प्रदान की। उनकी नीतियाँ आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक हैं, विशेष रूप से पारिवारिक जीवन के संचालन में।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Feb 2025 10:29:14 AM IST

Acharya Chanakya

Acharya Chanakya - फ़ोटो Acharya Chanakya

Acharya Chanakya: आचार्य चाणक्य की नीतियाँ आज भी प्रासंगिक और मार्गदर्शक मानी जाती हैं। उन्होंने जीवन के हर पहलू पर महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए हैं, जिनमें से पारिवारिक जीवन से जुड़े नियम भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। चाणक्य के अनुसार, परिवार में प्रेम, समर्पण और अनुशासन होना आवश्यक है।


अन्न की बर्बादी से बचें

हिंदू धर्म में मां अन्नपूर्णा को अन्न की देवी माना जाता है। इसलिए किसी भी परिस्थिति में अन्न का अपमान या बर्बादी नहीं करनी चाहिए। आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिस घर में अन्न की बर्बादी होती है, वहाँ आर्थिक समस्याएँ बनी रहती हैं। अतः बच्चों को भी इस आदत से बचाने की शिक्षा दें और अन्न का सम्मान करें।


फिजूलखर्ची पर नियंत्रण रखें

परिवार का आर्थिक प्रबंधन घर के मुखिया की जिम्मेदारी होती है। यदि घर के किसी सदस्य को फिजूलखर्ची की आदत है, तो उसे तुरंत रोकना चाहिए। एक व्यक्ति की यह आदत पूरे परिवार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और अन्य सदस्य भी इसका अनुसरण करने लगते हैं। इसलिए पैसों का मूल्य समझें और बचत की आदत डालें।


परिवार में नियमों का पालन करें

परिवार में यदि कोई नियम बनाए गए हैं, तो सभी सदस्यों को उनका पालन करना चाहिए। यदि बड़े लोग स्वयं नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो बच्चे भी अनुशासनहीनता की ओर बढ़ेंगे। इसलिए परिवार की खुशहाली और अनुशासन बनाए रखने के लिए सभी को एक समान नियमों का पालन करना चाहिए।


भेदभाव से बचें

आचार्य चाणक्य के अनुसार, परिवार में कभी भी भेदभाव की भावना नहीं आनी चाहिए। इससे सदस्यों के बीच द्वेष की भावना उत्पन्न हो सकती है, जिससे परिवार में अशांति का माहौल बन सकता है। विशेष रूप से माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की तुलना न करें और सभी को समान स्नेह दें। चाणक्य नीति के अनुसार, एक सुखी और संपन्न परिवार वही होता है, जहाँ आपसी प्रेम, सम्मान, अनुशासन और आर्थिक संतुलन बना रहता है। यदि हम इन नीतियों को अपने जीवन में अपनाएँ, तो न केवल हमारा परिवार खुशहाल रहेगा, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा।