ब्रेकिंग न्यूज़

बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार के स्कूल-कॉलजों में खुलेगी डिजिटल लाइब्रेरी, इतने करोड़ खर्च करेगी नीतीश सरकार

Falgun Amavasya 2025: फाल्गुन अमावस्या में पूजा से पहले इस दिशा का रखें ध्यान, पितृ होंगे प्रसन्न

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है, खासकर जब यह पितरों की शांति और कृपा प्राप्त करने के लिए समर्पित हो। फाल्गुन अमावस्या पर विशेष पूजा-पाठ, दान और उपाय करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 25 Feb 2025 07:22:53 AM IST

Falgun Amavasya 2025

Falgun Amavasya 2025 - फ़ोटो Falgun Amavasya 2025

Falgun Amavasya 2025: अमावस्या तिथि हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन विशेष रूप से पितरों की आराधना, पितृ दोष से मुक्ति और पूर्वजों की कृपा प्राप्त करने के लिए उत्तम होता है। फाल्गुन अमावस्या का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन किए गए उपाय जीवन में सुख-समृद्धि और पितरों का आशीर्वाद दिलाने में सहायक होते हैं। आइए जानते हैं कि इस पावन दिन पर कौन-कौन से कार्य करने चाहिए।


जरूर करें ये काम

स्नान और पवित्रता: अमावस्या के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी या जलाशय में स्नान करें। यदि यह संभव न हो, तो स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इससे शरीर और मन की शुद्धि होती है।

पीपल पूजन: अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष का पूजन करना शुभ माना जाता है। पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करें और इसके नीचे सरसों के तेल में काले तिल डालकर दीपक प्रज्वलित करें।

पितरों की तृप्ति: इस दिन पितरों की तृप्ति के लिए जल तर्पण करें। तिल, दूध और जल को मिलाकर दक्षिण दिशा की ओर अर्पित करें। इससे पूर्वज प्रसन्न होते हैं और जीवन में शांति बनी रहती है।


इस दिशा का रखें ध्यान

अमावस्या के दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाना अत्यंत लाभकारी होता है। दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है, इसलिए इस उपाय से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।


पितृ होंगे प्रसन्न

पितृ चालीसा का पाठ: इस दिन पितृ चालीसा या गीता के 7वें अध्याय का पाठ करना अत्यंत शुभ होता है। इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है।

भोजन और दान: ब्राह्मणों को भोजन कराना और अपनी क्षमता अनुसार दान-दक्षिणा देना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, धन, वस्त्र आदि दान करें। यह उपाय जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।


पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति

पिंडदान और श्राद्ध कर्म: यदि पितृ दोष से परेशान हैं, तो इस दिन विशेष रूप से पिंडदान और श्राद्ध कर्म करें। यह पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।

शिवलिंग पर तिल अर्पित करें: फाल्गुन अमावस्या के दिन शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें। इससे पितृ दोष समाप्त होता है और जीवन में खुशहाली आती है।

फाल्गुन अमावस्या पर किए गए ये विशेष उपाय न केवल पितरों को प्रसन्न करते हैं, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी लाते हैं। इस दिन पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्रद्धा भाव से तर्पण, दान और पूजन करें। इससे न केवल पितृ दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि घर में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।