Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह? Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह? बिहार के इस रूट पर पहली बार चली ट्रेन, आज़ादी के बाद रचा गया इतिहास BIHAR: बारात जा रहे बाइक सवार को हाइवा ने रौंदा, दो युवकों की दर्दनाक मौत, घर में मातम का माहौल Bihar News: बिहार की इस नदी पर 200 करोड़ की लगत से बनेगा पुल, इंजीनियरों की टीम ने किया सर्वे
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 06 Mar 2025 07:20:25 AM IST
फाल्गुन दुर्गा अष्टमी 2025 - फ़ोटो फाल्गुन दुर्गा अष्टमी 2025
Falgun Durga Ashtami 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष फाल्गुन माह की दुर्गा अष्टमी 7 मार्च 2025, शुक्रवार को मनाई जाएगी। यह दिन मां दुर्गा को समर्पित होता है और इस अवसर पर श्रद्धालु भक्तिभाव से माता की आराधना करते हैं। इस दिन अष्टमी व्रत रखने से साधकों की हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि का आगमन होता है।
शुभ योगों में होगी मां दुर्गा की आराधना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार दुर्गा अष्टमी पर प्रीति योग और आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही रवि योग और शिववास योग भी इस दिन को और अधिक मंगलकारी बना रहे हैं। इन शुभ योगों में मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों पर विशेष कृपा बरसेगी और वे सभी संकटों से मुक्त होंगे।
मासिक दुर्गाष्टमी का शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 6 मार्च 2025 को सुबह 10:50 बजे
अष्टमी तिथि समाप्त: 7 मार्च 2025 को सुबह 09:18 बजे
पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय: उदया तिथि के अनुसार 7 मार्च को पूजा करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
राशि अनुसार अष्टमी के विशेष मंत्र
अष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा के दौरान राशि अनुसार मंत्रों का जाप करने से अधिक लाभ मिलता है। प्रत्येक राशि के जातकों को निम्न मंत्रों का जाप करना चाहिए:
मेष: ॐ भद्रायै नमः
वृषभ: ॐ जयायै नमः
मिथुन: ॐ गौर्यै नमः
कर्क: ॐ वैष्णव्यै नमः
सिंह: ॐ मायायै नमः
कन्या: ॐ चण्डयै नमः
तुला: ॐ शिवायै नमः
वृश्चिक: ॐ गिरिजायै नमः
धनु: ॐ अंबिकायै नमः
मकर: ॐ तारायै नमः
कुंभ: ॐ हंसायै नमः
मीन: ॐ ललितायै नमः
दुर्गाष्टमी के दिन विशेष उपाय
मां दुर्गा की लाल फूल, सिंदूर, चंदन और अक्षत से पूजा करें।
अष्टमी के दिन गाय के घी का दीपक जलाएं और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा एवं उपहार दें।
मां दुर्गा के समक्ष नारियल अर्पित करने से घर में समृद्धि बनी रहती है।
फाल्गुन मास की दुर्गा अष्टमी माता दुर्गा की कृपा पाने का अत्यंत शुभ अवसर है। इस दिन विशेष योगों में मां की पूजा करने से साधक के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। आप भी इस दिन नियमपूर्वक व्रत और पूजन करें और देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करें।