Bihar Crime News: भरी पंचायत में बेटे ने पिता को उतारा मौत के घाट, छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में यहां खुलेगा भारत का चौथा शेर प्रजनन केंद्र, वन विभाग ने शुरू की तैयारी Bihar Crime News: बाढ़ में गैंगवार, 20 राउंड फायरिंग में 2 को लगी गोली Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान NEET UG 2025: नीट यूजी 2025 की काउंसिलिंग शुरू, बिहार में MBBS की 1490 और BDS की 140 सीटें उपलब्ध Bihar News: नहाने गए 7 वर्षीय मासूम पर मगरमच्छ का हमला, मौत Bihar News: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, बिहार के 31 हजार से ज्यादा स्कूलों में होगा यह नया काम Bihar News: राजगीर और पटना में बनने जा रहा आधुनिक फोरेंसिक लैब, राज्य सरकार का बड़ा कदम Patna News: पटना को मिली नई रफ्तार, मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड से इन जिलों का सफर होगा सुगम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 14 Apr 2025 02:00:44 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
Neem Karoli Baba : नीम करोली बाबा एक ऐसे संत थे, जिनका जीवन सादगी, दया और सेवा की मिसाल तौर पर पुरे देश दुनिया में फैल रहा है। वे हर किसी के साथ प्रेम और सम्मान से पेश आते थे और हमेशा यही संदेश देते थे कि मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। उनका जीवन दर्शन आज भी लाखों लोगों को कठिन समय में आशा और मानसिक शांति का मार्ग दिखाता है।
नीम करोली बाबा का संदेश
नीम करोली बाबा को केवल एक साधु नहीं बल्कि कई लोग उनकों भगवान का रूप भी मानते हैं । विशेष रूप से हनुमान जी के प्रति उनकी अपार श्रद्धा के कारण उन्हें कई लोग हनुमान जी का अवतार मानते हैं। उत्तराखंड में स्थित कैंची धाम आश्रम बाबा का प्रमुख स्थल है, जहां भारत समेत दुनिया भर से श्रद्धालु आशीर्वाद लेने आते हैं। स्टीव जॉब्स और मार्क जुकरबर्ग जैसे दिग्गज भी बाबा की शरण में आ चुके हैं।
अगर कोई व्यक्ति नकारात्मक सोच और बुरे विचारों से परेशान है, तो बाबा के बताए गए कुछ सरल उपायों को अपनाकर जीवन में सकारात्मकता ला सकता है। आइए जानते हैं उनके प्रभावशाली विचार
ज्ञानी संतों की संगति करें
नीम करोली बाबा का मानना था कि यदि आप अच्छे विचारों को अपनाना चाहते हैं तो संतों और भक्ति मार्ग पर चलने वालों की संगति जरूरी है। जब हम ऐसे लोगों के बीच रहते हैं, तो हमारे विचार स्वतः शांत और सकारात्मक होने लगते हैं।
अहंकार, ईर्ष्या और द्वेष से दूरी बनाएं
बाबा के अनुसार, मन की अशुद्धता का सबसे बड़ा कारण अहंकार, जलन और द्वेष की भावना है। यदि इंसान जीवन में सरलता, प्रेम और क्षमा को अपनाता है, तो इन नकारात्मक भावनाओं से बचा जा सकता है।
ध्यान और सच्चे मन से प्रार्थना करें
नीम करोली बाबा का यह भी मानना था कि ध्यान और दिल से की गई प्रार्थना, आत्मा को शुद्ध करने का माध्यम है। नियमित ध्यान से मन की चंचलता कम होती है और नकारात्मक विचारों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
Disclaimer: यह लेख परंपरागत मान्यताओं और सामान्य जानकारी पर आधारित है। First Bihar Jharkhand इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है ।