Bihar Crime News: भरी पंचायत में बेटे ने पिता को उतारा मौत के घाट, छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में यहां खुलेगा भारत का चौथा शेर प्रजनन केंद्र, वन विभाग ने शुरू की तैयारी Bihar Crime News: बाढ़ में गैंगवार, 20 राउंड फायरिंग में 2 को लगी गोली Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान NEET UG 2025: नीट यूजी 2025 की काउंसिलिंग शुरू, बिहार में MBBS की 1490 और BDS की 140 सीटें उपलब्ध Bihar News: नहाने गए 7 वर्षीय मासूम पर मगरमच्छ का हमला, मौत Bihar News: शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, बिहार के 31 हजार से ज्यादा स्कूलों में होगा यह नया काम Bihar News: राजगीर और पटना में बनने जा रहा आधुनिक फोरेंसिक लैब, राज्य सरकार का बड़ा कदम Patna News: पटना को मिली नई रफ्तार, मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड से इन जिलों का सफर होगा सुगम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 06 Apr 2025 03:27:19 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
Ramnavami 2025: रामनवमी हर साल चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, जो भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं। उनका जन्म अयोध्या में राजा दशरथ और रानी कौशल्या के घर हुआ था।
राजा दशरथ संतान की चाह में चिंतित थे। ऋषि वशिष्ठ के कहने पर उन्होंने पुत्रकामेष्टि यज्ञ कराया। यज्ञ के बाद अग्निदेव ने खीर दी, जिसे तीनों रानियों ने खाया।कौशल्या से श्रीराम, कैकयी से भरत ,सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म हुआ।
राम का उद्देश्य क्या था?
भगवान राम का जन्म अधर्म का नाश और धर्म की स्थापना के लिए हुआ था। उन्होंने रावण जैसे राक्षसों का अंत करके मर्यादा का आदर्श स्थापित किया।
रामनवमी का महत्व
नवरात्रों का अंतिम दिन होता है रामनवमी लोग व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं घरों में झूला सजाकर बाल रूप राम की पूजा करते हैं, राम को कई नामों से जाना जाता है जैसे रामचंद्र, रघुनंदन, रामजी, रामरज, रमेश, रामदास आदि।
रामायण का गहरा संदेश
राम का मतलब होता है हमारे भीतर का प्रकाश ,सीता – मन का प्रतीक, रावण – अहंकार, हनुमान – हमारी प्राणशक्ति (ऊर्जा), लक्ष्मण – सजगता, भरत – योग्यता, शत्रुघ्न – जिसका कोई शत्रु न हो|
रामायण का सार क्या है?
रामायण सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि ये हमें सिखाती है कि जब हमारा मन अहंकार के कारण भटक जाए, तो प्राणशक्ति (हनुमान) और सजगता (लक्ष्मण) के सहारे हम फिर से अपने भीतर के प्रकाश (राम) तक पहुँच सकते हैं।