ब्रेकिंग न्यूज़

प्रशांत किशोर का राहुल गांधी पर हमला: "रेवंत रेड्डी के बयान पर स्पष्ट करें अपनी स्थिति, बिहारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं" जेपी सेतु पर बड़ा हादसा: टक्कर के बाद कार और वैन में लगी आग, दोनों गाड़ियां जलकर खाक पेट्रोल पंप कर्मी की ईमानदारी बनी मिसाल: बाइक सवार का 5 लाख रुपए से भरा बैग पुलिस को लौटाया पर्यावरण दिवस पर भाजपा नेता अजय सिंह ने किया वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प विश्व पर्यावरण दिवस पर संजीव मिश्रा ने की लोगों से अपील, कहा..बर्थडे और मैरिज एनिवर्सरी पर लगाये पौधे बिहार के भाजपा नेता के बयान से भड़के राहुल गांधी, कहा..क्या ऐसे लोग महिलाओं की सुरक्षा करेंगे? Bihar News: तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने ट्रक में मारी जोरदार टक्कर, 6 लोग बुरी तरह से घायल Bihar News: तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने ट्रक में मारी जोरदार टक्कर, 6 लोग बुरी तरह से घायल Bihar Politics: दरभंगा में दिखा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फनी मूड, डिप्टी सीएम को करा दिया खड़ा; बोले- डीएम कहां हैं जी? Bihar Politics: दरभंगा में दिखा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फनी मूड, डिप्टी सीएम को करा दिया खड़ा; बोले- डीएम कहां हैं जी?

IPL Final 2025: खत्म हुआ वनवास, मिट गए सारे कलंक; 17 साल बाद RCB पहली बार बनी चैंपियन

IPL Final 2025: RCB ने 17 साल बाद आखिरकार IPL की ट्रॉफी जीत ही ली। आंसुओं पर काबू नहीं रख पाए विराट कोहली। पंजाब को 6 रनों से हराकर बेंगलुरु ने रचा इतिहास।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 04 Jun 2025 06:58:40 AM IST

IPL Final 2025

RCB चैंपियन - फ़ोटो Google

IPL Final 2025: 3 जून 2025 की रात अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इतिहास रचा दिया गया है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 17 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का खिताब अपने नाम किया है। फाइनल में पंजाब किंग्स (PBKS) को 6 रनों से हराकर RCB ने पहली बार ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है।


जैसे ही जोश हेजलवुड ने आखिरी ओवर में 29 रनों का बचाव किया, कोहली की आंखें नम हो गईं और उनके जिगरी यार एबी डिविलियर्स ने उन्हें गले लगाकर इस ऐतिहासिक पल को और खास बना दिया। यह नजारा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस मैच में RCB ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 190 रन बनाए।


विराट कोहली ने 35 गेंदों में 43 रनों की पारी खेली, जिसमें तीन चौके शामिल थे। हालांकि उनकी पारी धीमी रही, लेकिन यह RCB के लिए नींव रखने वाली थी। मयंक अग्रवाल (24) और कप्तान रजत पाटीदार (26) ने भी योगदान दिया, लेकिन पंजाब के गेंदबाजों, खासकर अर्शदीप सिंह (3/40) और काइल जेमिसन (3/48), ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर RCB को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। फिर भी, 191 रनों का लक्ष्य नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पर एक चुनौतीपूर्ण स्कोर था।


पंजाब किंग्स की जवाबी पारी में प्रियांश आर्य (24) और प्रभसिमरन सिंह (26) ने तेज शुरुआत की, लेकिन फिल साल्ट का शानदार कैच और क्रुणाल पांड्या की कसी हुई गेंदबाजी (4 ओवर में 2/17) ने पंजाब को बैकफुट पर ला दिया। भुवनेश्वर कुमार (2/38) और यश दयाल ने भी अहम विकेट लिए। शशांक सिंह की नाबाद 61 रनों की पारी (30 गेंद, 3 चौके, 6 छक्के) ने पंजाब को अंतिम ओवर तक लड़ाई में रखा, लेकिन हेजलवुड ने 20वें ओवर में सिर्फ 23 रन देकर RCB की जीत पक्की कर दी। पंजाब 184/7 पर सिमट गई।


मैच खत्म होते ही कोहली मैदान पर घुटनों के बल बैठ गए, आंसुओं को छिपाते हुए। उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा, दोस्त एबी डिविलियर्स और पूर्व साथी क्रिस गेल भी इस पल के गवाह बने। डिविलियर्स, जो RCB के लिए 2011 से 2021 तक खेले, उन्होंने कोहली को गले लगाया। कोहली ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में कहा, “यह जीत फैंस के लिए उतनी ही है जितनी टीम के लिए। 18 साल, मैंने इस टीम को अपनी जवानी, अपना सुनहरा समय, सब कुछ दिया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा। आखिरी गेंद के बाद भावनाएं उमड़ पड़ीं। मेरा दिल बेंगलुरु के साथ है, मेरी आत्मा बेंगलुरु के साथ है।” उन्होंने डिविलियर्स को याद करते हुए कहा, “यह जीत उतनी ही उनकी है, जितनी हमारी।”


फाइनल से पहले बारिश का खतरा मंडरा रहा था, जिसने RCB फैंस की टेंशन बढ़ा दी थी। अगर बारिश की वजह से मैच और रिजर्व डे (4 जून) रद्द हो जाता, तो लीग स्टेज में टॉप पर रहने वाली पंजाब किंग्स चैंपियन बन जाती। पंजाब ने 16 में से 10 मैच जीतकर 20 अंक हासिल किए थे, जबकि RCB 18 अंकों के साथ चौथे स्थान पर थी। सौभाग्य से, मौसम साफ रहा और RCB ने मैदान पर अपनी किस्मत खुद लिखी।


पंजाब किंग्स, श्रेयस अय्यर की कप्तानी और रिकी पोंटिंग की कोचिंग में, 11 साल बाद फाइनल में पहुंची थी। क्वालिफायर 2 में अय्यर की नाबाद 87 और नेहाल वढेरा की 48 रनों की पारी ने पंजाब को फाइनल का टिकट दिलाया था। लेकिन फाइनल में उनकी बल्लेबाजी दबाव में बिखर गई। शशांक सिंह की वीरतापूर्ण पारी के बावजूद, पंजाब दूसरी बार फाइनल में हार गई।