Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह? Bihar News: भीषण सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत, फरार चालक की तलाश में जुटी पुलिस
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 21 Jan 2025 03:49:36 PM IST
बिहार की बेटी ने किया कमाल - फ़ोटो google
Kho kho World Cup 2025: बीते 19 जनवरी को खेले गए खो खो वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया था। 38 पॉइंटस के बड़े अंतर से नेपाल को हराकर भारतीय महिला टीम खो-खो में वर्ल्ड चैम्पिन बन गई थी। टीम में बिहार की एक बेटी भी शामिल थी, जिसने कम संसाधनों के बावजूद देश और अपने राज्य का नाम रोशन करने का काम किया है।
दरअसल, दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित खो खो विश्व चैम्पियनशिप में भागलपुर के नवगछिया की रहने वाले विनोद साह की बेटी मोनिका ने अपना दम दिखाया था। 11 नंबर की जर्सी पहनी मोनिका ने भारतीय टीम के लिए 6 अंक हासिल किए थे। बेहद गरीब परिवार से आने वाली मोनिका ने कभी भी खेल के बीच अपनी आर्थिक समस्या को नहीं आने दिया और निरंतर प्रयास करती रहीं और आखिरकार वह मुकाम हासिल किया जिसको हासिल करने के लिए अच्छे-अच्छे लोग तरसते हैं।
मोनिका के पिता विनोद साह बताते हैं कि सब्जी बेचकर वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। एक कमरे के मिट्टी के मकान में पूरा परिवार रहता है। विनोद भावुक होकर कहते हैं कि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह बेटी के लिए अच्छे जूते ला सकें जिसके कारण वह नंगे पैर मैदान में खेलती थी लेकिन आखिरकार उसने वह मुकाम हासिल कर लिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी आज देश का नाम रोशन कर रही है, यह देखकर काफी खुशी हो रही है।
वहीं मोनिका की मां जुदा देवी ने बताया कि मोनिका बचपन से ही खेल में काफी आगे थी और देश के लिए खेलने का उसका सपना था। अक्सर कहा करती थी कि देश के लिए खेलूंगी लेकिन गरीबी के कारण आगे बढ़ने में काफी परेशानी होती थी। किसी तरह से पढ़ा लिखाकर आगे बढाया। उन्होंने बताया कि उनके घर में टीवी नहीं है। मैच हो रहा था तो दूसरे के घर जाकर टीवी देख रहे थे। अपनी बेटी को गली में खेलते देखती थी लेकिन उसे टीवी पर खेलता देखकर सीना चौड़ा हो गया।