1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 08 Jul 2025 10:24:03 PM IST
ये क्या बोल गये गोपाल मंडल? - फ़ोटो REPOTER
BHAGALPUR: पटना के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या और बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है। जेडीयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने इसे लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हत्या तो आम बात है। यह कभी नहीं रुकेगा होते रहेगा। भाई-भाई का हत्या कर दे रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस तो अपना काम कर ही रही है। कानून अपना काम कर रहा है। सरकार क्या कर लेगी नीतीश कुमार कहां कहां जाएंगे? इसी बयान में गोपाल मंडल पलट गए। कहने लगे कि पुलिस महकमे में लचर व्यवस्था है। 10 साल तक मुख्यमंत्री जी ने बिहार को अच्छे से चलाया। इसके बाद पुलिस का मनोबल बढ़ता गया। वह तो थेथर होता ही है..हम सरकार के विरुद्ध नहीं बोलते हैं..व्यवस्था के विरुद्ध बोलते हैं..
गोपाल मंडल ने आगे कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री जी से मिलेंगे बात करेंगे। विपक्ष इस पर क्या बोलेगा? 2005 के पहले जो कोहराम मचा है.. वैसा तो नहीं हुआ है। कितने आईएएस पलायन हो गए। आईएएस की पत्नी को पकड़ कर ले जाता था.. सामूहिक बलात्कार किया जाता था.. पटना से व्यवसायी लोग पलायन होना चाहते थे..
बता दें कि बिहार के बड़े बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या 4 जुलाई 2025 की रात 11:30 बजे की गयी थी। वारदात को अंजाम गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित उनके अपार्टमेंट के बाहर दी गयी थी। कार में बैठे खेमका की हत्या गोली मारकर कर दी गयी थी। पुलिस ने जब सीसीटीवी को खंगाला तब कपड़े और बाइक की पहचान के बाद शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर साजिशकर्ता अशोक साव को अरेस्ट किया गया।
बताया जाता है कि अशोक साव ने बेऊर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा को गोपाल खेमका के मर्डर के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी थी। अजय वर्मा ने यह काम अपने गुर्गों को सौंप दिया। पटना सिटी के रहने वाले शूटर उमेश यादव को 3.5 लाख रुपये देकर गोपाल खेमका की हत्या करवाई गयी। जब पुलिस ने उमेश यादव को दबोचा तब उसने पुलिस को बताया कि सिटी का ही हथियार सप्लायर विकास उर्फ राजा है जिससे उसने हथियार खरीदा था। राजा खुद हथियार बनाता और उसे बेचा करता था। उसने यह भी बताया कि 24 जून को दिल्ली से लौटने के बाद वह बेऊर जेल जाकर अजय वर्मा से मिला था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर ही मुख्य साजिशकर्ता अशोक साव को धर दबोचा। उसके बाद शूटर उमेश यादव को हथियार उपलब्ध कराने वाला 29 वर्षीय विकास उर्फ राजा पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।