1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 02 Jul 2025 07:25:54 AM IST
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Bihar News: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक रीतलाल यादव, जो वर्तमान में भागलपुर की विशेष केंद्रीय कारा में न्यायिक हिरासत में हैं, की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मायागंज स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (JLNMCH) में भर्ती कराया गया है। सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद जेल प्रशासन ने उन्हें अस्पताल लाया, जहां कैदी वार्ड में उनका इलाज चल रहा है।
भागलपुर विशेष केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजीव झा ने जानकारी दी कि विधायक रीतलाल यादव 26 जून से विशेष सुविधाओं की मांग को लेकर अनशन पर थे। उन्होंने न सिर्फ भोजन, बल्कि पानी लेना भी बंद कर दिया था। इससे उनका ब्लड प्रेशर (BP) गिर गया और शुगर का स्तर काफी कम हो गया। अस्पताल में उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
रीतलाल यादव की पत्नी ने मीडिया में बयान देते हुए आरोप लगाया कि जेल में उनके पति की हत्या की साजिश रची जा रही है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रही हैं कि "जेल के अंदर साजिशन उन्हें मारने की कोशिश हो रही है। अगर कुछ हुआ तो इसके लिए जेल प्रशासन जिम्मेदार होगा।"
बता दें कि राजद विधायक रीतलाल यादव पर एक बिल्डर कुमार गौरव ने रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था। इस मामले में पटना पुलिस ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद 17 अप्रैल को उन्होंने पटना की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। अदालत ने उन्हें और उनके तीन सहयोगियों चिक्कू यादव, पिंकू यादव और श्रवण यादव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
आत्मसमर्पण के समय भी रीतलाल यादव ने कहा था, मैं राजनीतिक साजिश का शिकार हूं। कुछ अधिकारी मेरे खिलाफ हैं और मेरी जान को खतरा है। मेरी हत्या की साजिश रची जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनके विरोधियों को आधुनिक हथियार उपलब्ध कराए गए हैं ताकि उन्हें खत्म किया जा सके।
जेल अधीक्षक राजीव झा ने हत्या की साजिश के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा, "जेल के अंदर सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं। रीतलाल यादव की तबीयत सिर्फ भूख हड़ताल की वजह से बिगड़ी है। उन्हें समय पर अस्पताल ले जाया गया और इलाज जारी है।"
फिलहाल रीतलाल यादव मायागंज अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाजरत हैं। जेल प्रशासन और मेडिकल टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। अगर स्वास्थ्य में सुधार होता है, तो उन्हें फिर से जेल वापस भेजा जाएगा। वहीं, उनकी पत्नी और समर्थक लगातार उनके लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। यह मामला संवेदनशील है और प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई पर पूरे राज्य की नजरें टिकी हुई हैं। भविष्य में अदालत और पुलिस की जांच के आधार पर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी।