1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Nov 2025 11:12:13 AM IST
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के सफल और शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के बाद सूबे के डीजीपी विनय कुमार ने रविवार को अपने परिवार के साथ कैमूर जिले के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर माता मुंडेश्वरी शक्तिपीठ पहुंचकर पूजा-अर्चना की। चुनावी अवधि के दौरान लगातार व्यस्तता और राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिन-रात की गई मेहनत के बाद डीजीपी का यह दौरा प्रशासनिक हलकों में विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है।
चुनाव सम्पन्न होने के बाद पहला बड़ा निजी-आध्यात्मिक दौरा
बिहार चुनाव 2025 की शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्नता को राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने बड़ी सफलता के तौर पर दर्ज किया है। चुनावी प्रक्रिया के बाद डीजीपी विनय कुमार पहले वाराणसी स्थित बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंचे थे, जहां उन्होंने परिवार संग दर्शन और पूजा की। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के उपरांत वे कैमूर पहुंचे और माता मुंडेश्वरी मंदिर में पूजा कर प्रदेश की शांति, खुशहाली और सुरक्षा की कामना की। माता मुंडेश्वरी का यह मंदिर देश के सबसे प्राचीन शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में डीजीपी का आगमन प्रशासन एवं स्थानीय लोगों के लिए गर्व का क्षण रहा।
शक्तिपीठ पहुंचने पर शाहाबाद रेंज के डीआईजी डॉ. सत्य प्रकाश और कैमूर के पुलिस अधीक्षक हरिमोहन शुक्ला ने डीजीपी का स्वागत किया। उन्हें माता मुंडेश्वरी का तैलचित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया। इस दौरान मंदिर परिसर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।डीजीपी अपने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे थे, जिससे माहौल में एक सहज और भावनात्मक रंग देखने को मिला। स्थानीय श्रद्धालु भी उनके साथ सम्मिलित होकर माता रानी के जयकारे लगाते दिखे।
पूजा-अर्चना के बाद डीजीपी ने कैमूर जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की। बैठक में विधानसभा चुनाव के दौरान की गई रणनीतियों, सुरक्षा योजना और आगामी दिनों में जिले की विधि-व्यवस्था को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा हुई। इस समीक्षा बैठक में भभुआ एसडीपीओ मनोरंजन कुमार भारती, भभुआ थानाध्यक्ष मुकेश कुमार समेत जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। डीजीपी ने जिले की वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष जताते हुए आने वाले समय में और अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद भी अपराध और अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने थानास्तर पर पुलिस की सक्रियता बढ़ाने, गश्ती को मजबूत करने, तकनीकी निगरानी बढ़ाने और जनता के साथ बेहतर संवाद कायम रखने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान डीजीपी विनय कुमार ने स्पष्ट कहा कि “कानून-व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।” उन्होंने जिले के हर थाने को संगठित अपराध, शराब माफिया, साइबर क्राइम और सड़क अपराध पर नकेल कसने के निर्देश दिए। डीजीपी ने यह भी कहा कि पुलिस की छवि जनता के भरोसे से बनती है, इसलिए प्रत्येक पुलिसकर्मी को संवेदनशीलता और सजगता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने लंबित मामलों के त्वरित निपटारे और वारंटी अभियानों को गति देने के आदेश भी दिए।
डीजीपी के दौरे को जिले के लोग बेहद महत्व के रूप में देख रहे हैं। चुनाव के बाद प्रदेश में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए डीजीपी की सक्रियता से पुलिस बल में भी उत्साह देखा गया। मंदिर में पूजा-अर्चना से लेकर बैठक तक, हर जगह सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखी गई थी। इस दौरे को प्रशासनिक स्तर पर प्रेरणा का स्रोत माना जा रहा है, क्योंकि यह संदेश जाता है कि राज्य का शीर्ष पुलिस अधिकारी निजी दौरे के साथ-साथ अपने दायित्वों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कैमूर में डीजीपी की उपस्थिति से अधिकारियों को आगामी दिनों की चुनौतियों को लेकर स्पष्ट मार्गदर्शन मिला। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जिले में क्राइम कंट्रोल और जनसुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। डीजीपी विनय कुमार का यह दौरा प्रशासनिक रूप से महत्वपूर्ण और आध्यात्मिक रूप से प्रेरणादायक रहा। उनके आने से न केवल पुलिस विभाग बल्कि आम जनता में भी यह संदेश गया कि बिहार में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में राज्य पुलिस निरंतर और दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है।