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पश्चिम कोसी नहर विस्तार परियोजना से मिथिला नई हरित क्रांति का बनेगा साक्षी, JDU महासचिव बोले- रास सांसद संजय झा की रही निर्णायक भूमिका

केंद्र सरकार ने पश्चिम कोसी नहर परियोजना के विस्तारीकरण और आधुनिकीकरण के लिए 8678.29 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस फैसले से मिथिलांचल और उत्तर बिहार में खुशी की लहर है। राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा के अथक प्रयासों के कारण यह ऐतिहासिक मंजूरी संभव

1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Wed, 16 Jul 2025 05:54:13 PM IST

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- फ़ोटो SELF

Bihar News:पश्चिम कोसी नहर परियोजना के विस्तारीकरण, आधुनिकीकरण और पुनरुद्धार कार्यों के लिए केंद्र सरकार द्वारा 8678.29 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है. केंद्र के इस फैसले से उत्तर बिहार खासकर मिथिलांचल में खुशी की लहर है. जद यू के प्रदेश महासचिव रंजीत कुमार झा ने कहा है कि यह ऐतिहासिक अवसर पूरे मिथिला और उत्तर बिहार के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।

बिहार के प्रमुख जल संसाधन परियोजनाओं में शामिल पश्चिम कोसी नहर परियोजना के विस्तारीकरण, आधुनिकीकरण और पुनरुद्धार कार्यों के लिए केंद्र सरकार द्वारा 8678.29 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस महत्त्वाकांक्षी योजना की मंजूरी में जो सबसे निर्णायक और केंद्रीय भूमिका रही है, वह राज्यसभा सांसद, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मिथिला के सच्चे सपूत माननीय श्री संजय कुमार झा जी के निरंतर, अथक और परिणाममुखी प्रयासों की रही है।

उन्होंने कहा कि संजय कुमार झा ने इस परियोजना की आवश्यकता, संभावनाओं और दूरगामी प्रभावों को बारंबार संसद में और नीति-निर्माण के विभिन्न स्तरों पर उठाया। मिथिला की समृद्धि और किसानों के हित में उन्होंने एक योद्धा की भांति सतत पैरवी की, और अंततः यह ऐतिहासिक स्वीकृति संभव हो सकी। उनकी इस तपस्वी भूमिका ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब नेतृत्व में संकल्प, समर्पण और संवेदना हो, तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है।

जेडीयू महासचिव रंजीत झा ने बताया कि यह योजना दरभंगा और मधुबनी जिलों के 36 प्रखंडों में 24 लाख लोगों को सीधा लाभ पहुंचाएगी। परियोजना के तहत 741 किलोमीटर लंबी नहरों का निर्माण और पुनर्निर्माण किया जाएगा, जिससे करीब 2.91 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई संभव होगी। इसके अतिरिक्त, 338 किलोमीटर सड़क, 260 पुल, 990 नई संरचनाओं और 763 पुरानी संरचनाओं के पुनर्निर्माण का भी प्रस्ताव है। यह सब मिलकर मिथिला को पंजाब-हरियाणा जैसी कृषि-समृद्ध भूमि के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम होगा।इस परियोजना की स्वीकृति के लिए भारत सरकार और विशेष रूप से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया, जिनके नेतृत्व में यह महत्त्वपूर्ण निर्णय संभव हुआ। साथ ही, बिहार के यशस्वी और दूरदर्शी मुख्यमंत्री माननीय श्री नीतीश कुमार जी का भी कोटिशः धन्यवाद दिया, जिनकी निरंतर प्राथमिकता में ग्रामीण विकास और किसान कल्याण सदैव सर्वोपरि रहे हैं।

अंत में श्री झा ने कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि श्री संजय झा जी की यह विजय केवल एक परियोजना की स्वीकृति नहीं, बल्कि मिथिला के लाखों किसानों की उम्मीदों, अधिकारों और भविष्य की विजय है। हम सभी मिथिलावासी उनके प्रति हार्दिक कृतज्ञता प्रकट करते हैं और आशा करते हैं कि इस योजना के क्रियान्वयन से मिथिला एक नई हरित क्रांति का साक्षी बनेगा।