1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 28 Jul 2025 10:26:40 AM IST
सावन का पावन महिना - फ़ोटो GOOGLE
Sawan Somvari: उत्तर बिहार के प्रमुख धार्मिक स्थल और बाबा धाम के नाम से प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर में सावन की तीसरी सोमवारी पर श्रद्धालुओं का अपार सैलाब उमड़ पड़ा। सात लाख से अधिक कांवरियों ने इस पावन दिन गंगाजल से भोलेनाथ का जलाभिषेक कर अपनी आस्था का परिचय दिया। कांवरियों की टोलियां सुबह से ही पहलेजा घाट से जल भरकर “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारों के बीच शहर में प्रवेश करती रहीं। हरिसभा चौक, पानी टंकी, जिला स्कूल, छोटी कल्याणी, प्रभात सिनेमा रोड से होते हुए ये श्रद्धालुओं की कतारें बाबा गरीबनाथ के दरबार तक पहुंचीं। मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र भक्तिमय माहौल से भरपूर था।
मंदिर प्रशासन के अनुसार, सावन की इस विशेष सोमवारी पर श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, फल-फूल और अन्य पारंपरिक पूजन सामग्री अर्पित की। भक्तों ने सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और जीवन में मंगल की कामना करते हुए जोरदार जयकारे लगाए। इस दौरान भजन-कीर्तन और धार्मिक प्रवचन भी आयोजित किए गए, जिससे माहौल और भी श्रद्धास्पद हो गया।
प्रधान पुजारी विनय पाठक ने बताया कि सावन के अधिकमास में इतनी भारी भीड़ पहली बार देखने को मिली है। यह सनातन संस्कृति की मजबूती और लोगों की बढ़ती आस्था का प्रतीक है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को नियमों का पालन करते हुए मंदिर परिसर में शांतिपूर्वक पूजा करने का आग्रह किया।
प्रशासन की ओर से भी व्यापक सुरक्षा और व्यवस्था का पूरा प्रबंध किया गया था। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि वे खुद फकुली से मंदिर तक लगातार भ्रमण कर रहे हैं और कहीं भी अव्यवस्था नहीं होने दी गई। एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि कांवरियों के लिए विशेष डाक बम व्यवस्था की गई, जिससे उन्हें हरिसभा चौक से सीधे मंदिर मार्ग तक निर्बाध प्रवेश मिला। माखन साह चौक के पास सामान्य कांवरियों की कतार को सुव्यवस्थित किया गया ताकि परिसर में शांति बनी रहे।
इस वर्ष पहली बार प्रशासन ने कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर विशेष सावधानियां भी बरतीं। सभी श्रद्धालुओं के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया था और सैनिटाइजेशन के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। मंदिर परिसर में सामाजिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखा गया।
जलाभिषेक के लिए कांवरियों का आगमन आधी रात से शुरू हो गया था और सुबह से लेकर शाम तक लगातार श्रद्धालुओं का आना जारी रहा। मंदिर क्षेत्र और पूरे मुजफ्फरपुर शहर में सावन की भक्ति और शिवभक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। स्थानीय दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं के लिए यह दिन आर्थिक रूप से भी लाभदायक साबित हुआ।
इस पावन अवसर पर पुलिस प्रशासन, मंदिर प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयास से एक संगठित और सफल आयोजन संपन्न हुआ, जिसने भक्तों को एक सुरक्षित और अनुशासित वातावरण में पूजा-अर्चना का मौका दिया। आने वाले दिनों में भी इस प्रकार के आयोजन और अधिक भव्य रूप से आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है।