BIHAR: अश्विनी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, घटना के दो महीने बाद पुलिस ने दबोचा बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 22 May 2025 02:47:28 PM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar News: बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) प्रशासन ने परीक्षा शुल्क का विवरण अब तक विश्वविद्यालय में जमा नहीं करने वाले दो दर्जन से अधिक कॉलेजों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है। इन कॉलेजों में स्नातक सत्र 2024-28 के अंतर्गत नामांकन रोकने का आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही इन संस्थानों के नाम को नामांकन आवेदन पोर्टल से भी हटाया जाएगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि संबंधित कॉलेजों को परीक्षा शुल्क चालान जमा कराने के लिए कई बार स्मरण पत्र (रिमाइंडर) भेजे गए, लेकिन बावजूद इसके कॉलेजों की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। कई कॉलेजों ने छात्र-छात्राओं से परीक्षा शुल्क तो वसूल लिया, लेकिन अब तक उसकी चालान की प्रतिलिपि विश्वविद्यालय को नहीं सौंपी।
गंभीर बात यह है कि जिन कॉलेजों ने शुल्क जमा नहीं किया, उनमें से कई के टीडीसी पार्ट-2 की स्पेशल परीक्षा, चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम (2023-27) के प्रथम, द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर, और सत्र 2024-28 के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो चुकी हैं। कई सेमेस्टरों के परिणाम भी जारी किए जा चुके हैं, जबकि प्रथम सेमेस्टर की मूल्यांकन प्रक्रिया जारी है। इसके बावजूद परीक्षा शुल्क की रसीदें विश्वविद्यालय रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हैं, जिससे विश्वविद्यालय की विश्वसनीयता और परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लग रहा है।
विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि इन कॉलेजों की लापरवाही के कारण परीक्षा कार्यक्रमों में बार-बार बदलाव करना पड़ा। इससे न केवल प्रशासनिक कामकाज बाधित हुआ है, बल्कि छात्रों को भी मानसिक और शैक्षणिक तनाव का सामना करना पड़ा।
विश्वविद्यालय प्रशासन अब इस पूरे प्रकरण में शिथिलता बरतने वाले कॉलेजों की सूची सार्वजनिक करने पर विचार कर रहा है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने कहा कि यदि संबंधित कॉलेज 7 दिनों के भीतर परीक्षा शुल्क का संपूर्ण विवरण विश्वविद्यालय को नहीं सौंपते हैं, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और यूजीसी को रिपोर्ट भेजने जैसे कड़े कदम उठाए जाएंगे।
BRABU प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे किसी भी कॉलेज में नामांकन से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि कॉलेज विश्वविद्यालय से संबद्ध है और उसकी वित्तीय जवाबदेही पारदर्शी है। साथ ही विश्वविद्यालय ने छात्रों से यह भी अनुरोध किया है कि वे परीक्षा शुल्क से जुड़ी रसीदें और चालान की प्रतियां सुरक्षित रखें।