1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 16 Dec 2025 09:22:11 AM IST
- फ़ोटो
Bihar Medical College : बिहार के लिए स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में अब बिहार के सभी 38 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। यह योजना अगले तीन वर्षों में पूरी तरह लागू हो जाएगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि यह बदलता हुआ बिहार है, जहाँ सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सहित सभी मोर्चों पर काम हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अब अस्पतालों में मरीजों को सभी सुविधाएँ उपलब्ध हैं और आवश्यक दवाइयाँ भी प्रदान की जा रही हैं।
इस अवसर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शेरघाटी के गोपालपुर में महाबोधि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन किया और दीप प्रज्वलित किया। समारोह में कॉलेज के चेयरमैन राजेश कुमार और सचिव रूबी कुमारी भी मौजूद थीं।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि अब बिहार के बाहर के छात्र भी शिक्षा के लिए राज्य की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में सूबे में चल रहे अतिक्रमण अभियान को सफाई अभियान बताया गया है और अब जमीन माफिया की कोई खैर नहीं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि महाबोधि मेडिकल कॉलेज में जल्द ही आयुष्मान भारत योजना के तहत जरूरतमंद मरीजों का मुफ्त इलाज होगा। उन्होंने गया के जिलाधिकारी और सिविल सर्जन से जल्द ही योजना से जुड़ी फाइलों को निपटाने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी बताया कि इस कॉलेज में उपलब्ध 100 मेडिकल सीटों में से 46 सीटों पर दूसरे 11 राज्यों के छात्रों ने नामांकन कराया है, जो दर्शाता है कि बिहार में उच्च शिक्षा के प्रति विश्वास बढ़ा है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार लगातार प्रगति कर रहा है और स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी काम हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती के लिए उम्मीदवार नहीं मिलते थे, लेकिन अब राज्य सरकार की पहल से स्थिति में सुधार हुआ है और अच्छे मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं।
इस कदम से न केवल बिहार के युवाओं को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ मिलेंगी, बल्कि राज्य का नाम पूरे देश में उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उभरते राज्य के रूप में होगा। यह पहल बिहार की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी। कुल मिलाकर, बिहार अब सिर्फ सड़क या उद्योग तक सीमित नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी मजबूत और आत्मनिर्भर राज्य बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।