1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 28 Dec 2025 09:42:23 AM IST
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Government Schemes : बिहार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से कृषि, स्वास्थ्य, परिवहन और उद्योग से जुड़ी समस्याओं का समाधान और लोगों की आमदनी बढ़ाने की तैयारी शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने इसके लिए बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन (Bihar AI Mission) की स्थापना का निर्णय लिया है और इसके कार्यान्वयन के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस पहल का उद्देश्य तकनीक की मदद से सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता, दक्षता और लाभकारी सुधार लाना है।
राज्य स्तरीय समिति का गठन और अध्यक्ष
बिहार एआई मिशन के क्रियान्वयन और निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे। इसके सदस्य होंगे स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, नगर विकास एवं आवास, उद्योग, और सूचना प्रावैधिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्रधान सचिव। इसके अलावा समिति में विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ और शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
सरकार ने पहले फेज में उन विभागों को शामिल किया है जो एआई के माध्यम से सीधे लोगों की जीवन गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं। इनमें कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, शासन व्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, नगर विकास एवं आवास और उद्योग विभाग शामिल हैं। सूचना प्रावैधिकी विभाग ने इस मिशन के लिए संकल्प जारी कर दिया है और विभागीय स्तर पर इसे लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
कृषि में एआई का उपयोग
कृषि बिहार की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को यह जानकारी दी जाए कि किस मौसम में कौन सी फसल बोनी चाहिए, मिट्टी और जलवायु के अनुसार कौन सी फसल उपयुक्त रहेगी और अधितम पैदावार कैसे सुनिश्चित की जा सकती है।
एआई आधारित तकनीक किसानों को फसल उगाने के लिए सही मौसम और समय सुझाएगी। मिट्टी की गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन और वर्षा की जानकारी के आधार पर फसल योजना बनाने में मदद करेगी। फसल उत्पादन के आंकड़े और भविष्यवाणियां कर किसानों को मार्केटिंग और बिक्री के लिए बेहतर निर्णय लेने में सहायता करेगी। इस तरह किसान न केवल नुकसान से बचेंगे, बल्कि उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
बिहार में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए एआई का प्रयोग तेजी से बढ़ाया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि लोग कहीं भी इलाज कराने से पहले एआई की मदद से सुझाव ले सकें। एआई आधारित सिस्टम मरीजों की बीमारी के लक्षणों को पहचानकर उपयुक्त डॉक्टर और अस्पताल की पहचान कर सकेगा। इससे मरीज को सही समय पर सही इलाज मिलेगा। अस्पतालों में एआई की मदद से निगरानी भी की जाएगी। इसके फायदे होंगे कि अस्पताल में सुविधाओं और संसाधनों का बेहतर प्रबंधन। मरीजों को तुरंत उचित सहायता। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार। साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। एआई से जुड़े तकनीकी और प्रबंधन क्षेत्रों में प्रशिक्षित युवा रोजगार पा सकेंगे।
शिक्षा और शासन में एआई
शिक्षा विभाग में एआई का उपयोग छात्रों की दक्षता और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इससे छात्रों की आवश्यकतानुसार शिक्षा और करियर सलाह देने में मदद मिलेगी। शासन व्यवस्था में एआई का प्रयोग निर्णय लेने की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने के लिए होगा। जलवायु परिवर्तन और नगर विकास के क्षेत्र में एआई भविष्य की योजनाओं और संभावित जोखिम का पूर्वानुमान देने में सहायक होगा।
उद्योग और रोजगार पर प्रभाव
उद्योग विभाग में एआई का उपयोग उद्योगों की निगरानी, उत्पादन क्षमता, और बाजार की मांग के अनुमान में किया जाएगा। इसके माध्यम से छोटे और बड़े उद्योगों की उत्पादकता बढ़ेगी। बिहार में एआई के व्यापक इस्तेमाल से रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी। सरकारी योजनाओं और सेवाओं की प्रभावशीलता बढ़ेगी।
भविष्य की दिशा
बिहार एआई मिशन राज्य की सभी सरकारी योजनाओं और विकास गतिविधियों को डेटा-संचालित और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने का प्रयास करेगा। सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक एआई तकनीक के माध्यम से बेहतर जीवन, स्वास्थ्य और रोजगार अवसर प्राप्त कर सके। मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति यह सुनिश्चित करेगी कि सभी विभागों में एआई का सही और प्रभावी उपयोग हो। विशेषज्ञ और शिक्षण संस्थान मिशन के तकनीकी मार्गदर्शन में काम करेंगे।
इस पहल से बिहार में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग और नगर विकास के क्षेत्र में आम लोगों के जीवन स्तर में सुधार होने की उम्मीद है। एआई आधारित निर्णय और भविष्यवाणियां किसानों, उद्योगपतियों, विद्यार्थियों और आम नागरिकों के लिए सटीक, त्वरित और लाभकारी साबित होंगी।